देहरादून: एम्स हॉस्पिटल में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही गिरफ्तार व्यक्ति से एक लाख की रकम भी बरामद की है।
मामले के अनुसार, 16 अगस्त को हेम पन्त निवासी मुन्स्यारी जनपद पिथौरागढ़ ने थाना ऋषिकेश पर आकर शिकायत अंकित करायी कि दीपक भण्डारी निवासी धारचुला, पिथौरागढ़ नामक व्यक्ति द्वारा मेरी साली व भान्जी को एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर 4 लाख 52 हजार रूपये ऐंठ लिये हैं। वादी की लिखित सूचना के आधार पर थाना ऋषिकेश पर मु0अ0सं0 380/2018, धारा 406/420 भादवि पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी।
एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के नाम पर धोखाधड़ी कर रूपये ऐंठने वाले की शीघ्र गिरफ्तारी व रूपयों की बरामदगी हेतु टीम गठित की गयी। गठित पुलिस टीम द्वारा दीपक भण्डारी नाम के व्यक्ति के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी व एम्स में इसके सम्बन्ध में जानकारी की गयी।
शनिवार को पुलिस टीम दीपक भण्डारी की तलाश में एम्स हास्पिटल में थी कि, पुलिस को जानकारी मिली कि जिस दीपक भण्डारी नाम के व्यक्ति ने एम्स हास्पिटल के नाम पर धोखाधड़ी की है, वह व्यक्ति हरिद्वार से कही जाने वाला है जो थोड़ी देर बाद चण्डी चौक के सामने आयेगा। सूचना पर पुलिस द्वारा वादी हेम पन्त को भी एम्स हास्पिटल बुलाकर अपने साथ लेकर हरिद्वार को रवाना हुई। चण्डी चौक पंहुचने पर चौक पर खड़े एक व्यक्ति को देखकर मुखबिर ने बताया कि यही वह व्यक्ति है, जिसे देखकर वादी द्वारा भी बताया गया की इसी व्यक्ति ने हमसे रूपये ऐंठे थे। पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति को मौके से पकड़ लिया। पकड़े गये व्यक्ति की तलाशी से इसके पास से 1 लाख दो हजार रूपये बरामद हुये। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मैं पिथौरागढ का रहने वाला हूं तथा बैरोजगार होने के कारण मैंने यह काम किया। साथ ही कहा कि मैने एम्स में नर्सिंग की नौकरी लगाने के नाम पर ऋषिकेश में प्रीति नाम की लड़की से 42 हज़ार रूपये और पायल नाम की लड़की से 4 लाख 10 हज़ार रूपये लिये थे, जिसमें से 1 लाख 72 हज़ार रूपये मैने प्रमोद कुमार नामक व्यक्ति, जो कि एम्स में नौकरी लगाने का काम करता है, को दे दिये थे। अभियुक्त ने बताया कि मैं प्रमोद कुमार के निवास पते के बारे में नही जानता। मेरे हिस्से में आये 2 लाख 80 हज़ार रूपयों में से मेरे पास 1 लाख 2 हज़ार रूपये बचे हैं, शेष 78 रूपये मैने दिल्ली में अपनी अय्यासी में खर्च कर दिये। चूंकि अभियुक्त ने उपरोक्त धोखाधड़ी की है जिस कारण इसे शनिवार सांय चण्डी चौक हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया, जिसे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
पूछताछ में पता चला कि, उक्त व्यक्ति अपना नाम बदल कर गरीब लोगो को नौकरी लगाने के नाम का झांसा देकर ठगी करता है व उनसे रूपये लेकर फरार हो जाता है। अभियुक्त की पहचान कपिल सिंह उर्फ किशन उर्फ दीपक भण्डारी पुत्र प्रेम सिंह निवासी ग्राम पय्या पौड़ी, थाना बलुवाकोट, तहसील धारचुला, जिला पिथौरागढ़ के रूप में हुई।