ऋषिकेश यस बैंक के मैनेजर पवन कुमार ऋषिकेश ने सूचना दर्ज करायी कि दिनांक 23/09/19 को बैंक के कर्मचारियों ने बैंक में जमा कराये जाने दो लिफाफो में 3,50,000/- रूपये काउण्टर की मेज पर रखकर ओ0पी0डी0 में कैश लेने चला गया। इसी बीच अज्ञात व्यक्ति द्वारा काउण्टर से कैश चोरी कर लिया गया। पवन कुमार की शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश पर मु0अ0सं0 412/2019, धारा 379 भादवि पंजीकृत किया गया जिसकी विवेचना उ0नि0 राज विक्रम सिंह पंवार के सुपुर्द की गयी।
घटना से सम्बन्धित चोरो की गिरफ्तारी और समस्त रूपयों की शत प्रतिशत बरामदगी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के कुशल प्रयवेक्षण, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा एम्स हॉस्पिटल, सड़क किनारे प्रतिष्ठानों में लगे व पुलिस विभाग द्वारा लगाये गये सी.सी टीवी कैमरों की फुटेज चैक की गयी, जिससे पुलिस को घटना में एक विक्रान्ता मो0सा0 सवार तीन लड़कों द्वारा घटना को अंजाम देते पाया गया। इस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर तन्त्र को सक्रिय किया गया।
दिनांक 12.10.19 को पुलिस टीम को सूचना मिली कि उपरोक्त घटना में शामिल एक लड़का दुबारा चोरी की घटना करने के लिये एम्स में आने वाला है। इस पर पुलिस टीम द्वारा बैराज रोड़ लक्कड़घाट तिराहे पर चैकिंग अभियान चलाया गया। चैकिंग के दौरान हरिद्वार की तरफ से आती एक विक्रान्ता मो0सा0 को रोका गया, जिसे चालक सूरज मल्होत्रा पुत्र दिनेश मल्होत्रा निवासी म0नं0 41/17/5 ब्रहमपुरी शिव कुटिया, कोतवाली नगर, हरिद्वार चला रहा था। तलाशी पर इसकी जेब से 7000/- रूपये बरामद हुये। अभियुक्त सूरज को देर सांय गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में सूरज ने बताया कि रामा निवासी राजस्थान और मैं दोस्त हैं। रामा जेब काटने तथा चोरी करने में माहिर है, जो अक्सर ऋषिकेश व हरिद्वार के भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जेब काटता तथा चोरी करता था,
कई बार इसके साथ मैं भी चोरी करता था। एम्स हॉस्टिल में हमने देखा कि यहां पर लाचार लोग आते हैं, जो अपने ईलाज के लिये काफी रूपये लेकर आते हैं और मैदान व फर्स पर पड़े रहते हैं तथा बिल काउण्टर पर लाईनों में काफी संख्या में खड़े रहते हैं, जिनका रूपये व सामान चोरी करना काफी आसान होता है।
इसलिये दिनांक 23.09.19 को मैं अपनी मो0.सा0 से अपने साथी रामा व एक अन्य साथी, जिसका नाम लुंगा था, के साथ एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश आया, जहां पर एम्स बिल्डिंग में बने यस बैंक के काउण्टर की मेज में दो लिफाफो में रखे 3,50,000/- रूपये हमने चुरा लिये। इन रू0 में से मैने 15000 रूपये लिये, जिनमें से 5000 रूपये मैंने टीवीएस स्कूटी खरीदने के लिये एडवांस में दिये, 3000 रूपये खाने पीने में खर्च हो गये तथा मेरे पास 7000 रूपये बचे। चोरी के शेष रूपये रामा व लुंगा के पास ही हैं, जिन्हें हमने दीपावली से पहले आपस में बांटना था। सूरज ने यह भी बताया कि दिनांक 22.07.19 को कॉवड़ मेले के दौरान रामा ने अपने एक साथी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक हरिद्वार रोड़ ऋषिकेश में एक व्यक्ति के बैग से 50000/- रूपये चुरा लिये थे। इस सम्बन्ध में थाना ऋषिकेश पर चोरी का अभियोग पूर्व से पंजीकृत है।
फरार दोनो अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम उनके सम्बन्धित ठिकानों पर रवाना की गयी है, जिनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी।