रूद्रप्रयाग: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट शीतकाल में अगले छह माह के लिए बन्द हो गये हैं सोमवार को पौराणिक परंपराओं के अनुसार सुबह करीब साढे दस बजे बाबा तुंगगाथ की समाधि पूजा के बाद कपाट बन्द किये गये और बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ के लिए रवाना किया गया।
सैकडों भक्तों के जयकारों के बीच बाबा के कपाट आज बन्द हुए और चलविग्रह डोली आज रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचीं। 30 अक्टूबर को डोली बनकुण्ड पहुचेगी व 31 अक्टूबर को डोली मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी। जहां बाबा की विग्रह डोली को अगले छह माह के लिए मंदिर में स्थापित कर दिया जायेगा। और शीतकाल की पूजाएं अब यहीं पर सम्पन्न होंगी। बाबा के कपाट बन्द होने के मौके पर स्थानीय जनता के साथ ही पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक के साथ ही सैकडों की संख्या में श्रद्वालु मौजूद रहे।