नई दिल्ली : बुधवार को 2018 का पहला चंद्रग्रहण होने वाला है। रोज दिखने वाला चंद्रमा बुधवार को अधिक बड़ा व चमकदार दिखायी देगा। यह ग्रहण शाम 5:58 मिनट पर शुरू होकर रात 8:41 तक चलेगा। यह अद्भुत नजारा देश के हर कोने में आसानी से देखा जा सकता है। इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुपर मून कहा जाता है। पूर्णिमा यूं तो खगोलीय घटना है, लेकिन ज्योतिषी में भी इसका अधिक महत्त्व है। सुपरमून, ब्लूमून और चंद्रग्रहण एक ही रात को नजर आएगा, इसलिए इस घटना को ‘सुपर ब्लू ब्लड मून’ कहा जा रहा है।
चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी एवं चंद्रमा ऐसी स्थिति में होते हैं कि कुछ समय के लिए पूरा चांद धरती की छाया से गुजरता है, लेकिन पृथ्वी के वायुमंडल से गुजरते वक्त सूर्य की लालिमा वायुमंडल में बिखर जाती है और चंद्रमा की सतह पर पड़ती है। इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ब्लड मून भी कहा जाता है। ये तीनों एक ही रात को पड़ेगा, जिसे सुपर ब्लू ब्लड मून भी कहा जा रहा है। ब्लू मून हर ढाई साल में एक बार नजर आता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक चंद्रमा का नीचे का हिस्सा ऊपरी हिस्से की तुलना में ज्यादा चमकीला दिखाई देगा जिस कारण यह नीली रोशनी पैदा करेगा। ये सुपरमून बहुत स्पेशल है क्योंकि 150 साल बाद ऐसा ग्रहण पड़ रहा है।