कुमांऊ: हाल में ही उत्तराखण्ड के एकदिवसीय कुमांऊ दौरे से लौटे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदि कैलाश एवं जागेश्वर धाम यात्रा उनके जीवन की ऐतिहासिक यात्राओं में शामिल हो गई है। यह बात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अपने आधिकारिक एक्स हेंडल साझा की है। पीएम मोदी ने आदि कैलाश एवं जागेश्वर धाम यात्रा से मंत्रमुग्ध होते हुए लिखा है कि “यदि कोई मुझसे पूछे – यदि आपको उत्तराखण्ड में एक जगह अवश्य देखनी चाहिए तो वह कौन सी जगह होगी, तो मैं कहूंगा कि आपको राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में पार्वती कुंड और जागेश्वर मंदिर अवश्य देखने चाहिए। प्राकृतिक सुंदरता और दिव्यता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।”
प्रधानमंत्री मोदी अपने दूसरी पोस्ट में लिखते हैं कि “बेशक, उत्तराखण्ड में घूमने लायक कई प्रसिद्ध जगहें हैं और मैंने भी अक्सर उत्तराखण्ड का दौरा किया है। इसमें केदारनाथ और बदरीनाथ के पवित्र स्थान शामिल हैं, जो सबसे यादगार अनुभव हैं। लेकिन, कई वर्षों के बाद पार्वती कुंड और जागेश्वर मंदिर में लौटना विशेष रहा।“ इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोस्ट के जवाब में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों की ओर से आभार प्रकट करते हुए लिखा कि “आदरणीय प्रधानमंत्री आपके कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देवभूमि उत्तराखण्ड धार्मिक, आध्यात्मिक एवं साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। आपके विजन के अनुरूप रोड, रेल और रोपवे निर्माण के माध्यम से श्रद्धालुओं के आवागमन को सुविधाजनक बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी आगे लिखते हैं कि “प्रधानमंत्री के आदि कैलाश, पार्वती कुंड और जागेश्वर धाम के ऐतिहासिक भ्रमण से न केवल इन पवित्र स्थलों को नई पहचान मिली है बल्कि स्थानीय लोगों की समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है। मानसखंड मंदिर माला मिशन को वैश्विक पहचान दिलाने एवं देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति आपके असीम स्नेह व प्रेम हेतु समस्त प्रदेशवासियों की ओर से आभार“ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उत्तराखण्ड दौरे के दो दिन बाद साझा की गई पोस्ट उनके उत्तराखण्ड के प्रति लगाव को स्पष्ट दर्शाता है। पीएम मोदी ने आदि कैलाश एवं जागेश्वर धाम यात्रा से देश दुनियां को न सिर्फ धर्म आध्यात्म का संदेश दिया बल्कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मानखण्ड मंदिरमाला मिशन के विजन पर भी मुहर लगाई है।