बागेश्वर: नगर पालिका परिषद ने आवारा जानवरों के आतंक से निजात दिलाने के लिये कदम उठाना शुरू कर दिया है। पहले चरण में आवारा जानवरों का चिन्हिकरण करने के बाद उन्हें शहर से 70 किलोमीटर दूर दूगनाकुरी में भेजा जा रहा है। दुगनाकुरी के एक गौ सदन में इन आवारा जानवरों की देखरेख की जायेगी। परिषद की इस पहल से जनता को जानवरों से होने वाली परेशानी से निजात मिल पाएगी।
शहर से आवारा जानवरों को खदेड़ने की कवायत का आम जनता ने स्वागत किया है। आये दिन ये आवारा जानवर राह चलते लोगों के लिये मुसीबत का सबब बने हुये थे। करीब एक साल पहले एक जानवर से सुबह टहल रहे वृद्ध व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिनकी कुछ समय बाद उपचार के दौरान मौत हो गयी थी। शहर में आवारा जानवरों की संख्या कितनी है, फिलहाल इसकी जानकारी ना तो पशुपालन विभाग के पास है और ना ही नगर पालिका परिषद के पास। ऐसे में कितने आवारा जानवर शहर में घूम रहे हैं इसका स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। वहीँ नगर पालिका का कहना है कि, घरों में जगह की कमी के कारण लोग अपने मवेशियों को बाजार में खुला छोड़ देते हैं। इससे समस्या और बढ़ जाती है। अब पालिका ऐसे लोगों को भी चिन्हित करेगी। फिलहाल लोगों की सुरक्षा को देखते हुये उन जानवरों को शहर से बाहर किया जा रहा है, जो आम तौर पर सड़क पर ही नजर आते हैं। इन जानवरों को कपकोट तहसील के दुग नाकुरी भेजा जा रहा है।