बागेश्वर: जिले में प्राधिकरण के नोटिस से परेशान होकर कथित तौर पर आत्महत्या के एक मामले में जिला विकास प्राधिकरण ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी। प्राधिकरण सचिव राहुल गोयल ने एक पत्रकार वार्ता में इस बारे में पूरी जानकारी देते हुए कहा कि सोशियल मीडिया में प्राधिकरण के खिलाफ कही जा रही बातें गलत हैं।
विकास प्राधिकरण सचिव ने पत्रकारों को बताया कि मोहल्ला कठायतबाड़ा निवासी एक व्यक्ति द्वारा बिना प्राधिकरण से नक्शा पास कराए जाने पर अतिक्रमण की सूचना मिलने पर उसे प्राधिकरण से नोटिस भेज वहां निर्माणाधीन अवैध काम रोक दिया गया था। उन्होंने बताया कि इस आत्महत्या मामले को प्राधिकरण से जोड़ना गलत है, भवन स्वीकृति का कोई आवेदन प्राधिकरण को नहीं मिला था। जांच के बाद पाया गया कि जमीन का स्वामित्व भी मृतक या उनके किसी परिजनों के नाम पर नहीं है। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई 2018 को क्षेत्र के ही कुछ लोगों ने अवैध निर्माण किये जाने की शिकायत की थी। इस पर 4 अगस्त 2018 प्राधिकरण ने संबंधित को नोटिस जारी किया। और वर्तमान में यह मामला जिलाधिकारी की कोर्ट में चल रहा है। सात ही उन्होंने सरकार द्वारा विकास प्राधिकरण के नियमों का पालन करने की अपील की।