श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने राज्य पुलिसकर्मियों के लगभग 11 परिजनों का अपहरण कर लिया है। आतंकी रियाक नयकू ने अपहरण की जिम्मेदारी भी ले ली है। आतंकियों के इस कृत्य की हर कोई आलोचना भी कर रहा है। परिजनों की खोज और सुरक्षित रिहाई को लेकर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान भी चलाया हुआ है।
इस बीच आतंकियों के इस कृत्य को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक विवादित बयान दिया है। महबूबा के बयान के बाद राजनीतिक विवाद पैदा होने के पूरे आसार हैं। दरअसल, महबूबा ने ट्वीट कर सुरक्षाबलों और आतंकियों को एक ही श्रेणी में रख दिया। मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, आतंकवादी और सुरक्षाबल दोनों ही एक दूसरे के परिजनों को प्रताड़ित कर रहे हैं। यह निंदनीय है। ऐसे मामलों में परिजनों को कतई निशाना नहीं बनाना चाहिए।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर आतंकियों के इस कृत्य की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह से पुलिसकर्मियों के परिजनों को नुकसान पहुंचाना बिल्कुल गलत है। एक ट्वीट के जरिए उमर ने अलगाववादियों पर भी निशाना साधा।आपको बता दें कि पिछले दो दिनों के दौरान राज्य के विभिन्न जगहों से आतंकियों ने राज्य पुलिसकर्मियों के 11 परिजनों को अगवा किया है। हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू ने परिजनों को अगवा करने की जिम्मेदारी लेते हुए धमकी दी है कि राज्य पुलिसकर्मी अपनी नौकरी छोड़ दें वरना उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।