देहरादून: दृष्टिहीन विनोद बिष्ट आठ दिन से माध्यकमिक शिक्षा निदेशक के ननूरखेड़ा स्थिति कार्यालय के बाहर पिछले आठ दिन से धरने पर डटा है। उनकी एक सूत्रीय मांग है कि उनको एलटी अध्यापक सामान्य के पद पर नियुक्ति दी जाए। धरने को आठ दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी मांग मानना तो दूर कोई उनकी सुध लेने तक नहीं पहुंचा।
दरअसल, यह मामला 2016 की एलटी भर्ती का है। विनोद बिष्ट का आरोप है कि परीक्षा में उनके 115 मेरिट अंक आए थे। चयन के दौरान आरक्षण में अनियमितताएं कर उनसे कम मेरिट वाले अभ्यर्थी को नौकरी दे दी गई। जबकि वह पूरी तरह गलत था। उनका कहना है कि यदि उनको सामान्य कोटे में नियुक्ति नहीं दी जा सकती थी, तो फिर उनसे कम अंका वाले अभ्यर्थी को किस आधार पर नियुक्ति दी गई। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के अध्यक्ष पीएस चैहान का कहना है विभागीय अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। सचिव केएस रावत ने कहा कि अगर जल्द इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो विभाग और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।