देहरादून: आखिरकार केदारनाथ यात्रा के लिए कल गुरुवार से हेली सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। जबकि, बीते 9 मई से यात्रा शुरू हो चुकी है। जिससे अभी तक हेली सेवाओं का लाभ लोगों को नहीं मिलने से यात्रियों में मायूसी थी, साथ ही हेली से जुड़े सभी व्यवसाईयों में भी खासी हतासा थी। इन सबका जिम्मेदार युकाडा को माना जा सकता है, जिसकी नीतियों की वजह से सेवाओं में देरी हुई।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने जानकारी देते हुए बताया कि, केदारनाथ हेली सेवाओं की तैयारी के क्रम में डीजीसीए की टीम ने विभिन्न तैयारियों का निरीक्षण किया। जिसके बाद केदारनाथ में उड़ान के लिए आर्यन, एरो, पवनहंस, यूटीएयर और हिमालन हेली एविएशन को अनुमति प्रदान हो चुकी है। इन सभी की उड़ान गुरुवार से शुरु हो जायेगी। वहीं थंबी एविएशन में कुछ समस्या के चलते यह गुरुवार शाम तक उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही इंडोकोप्टर का गुरुवार को डीजीसीए की टीम निरीक्षण करेगी।
ऐसे में हेली सेवा शुरू होने के चलते यात्रियों को कुछ राहत जरूर मिलेगी। हालांकि, अब भी सेवाएं पूरी तरह उपलब्ध नहीं हो पाएगी, इसका कारण दो हेली कंपनियों का टेंडर के बाद सेवाएं देने से पीछे हट जाना है। दरअसल केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवाओं के टेंडर होने के बाद दो हेली ऑपरेटरों ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। बीते दिनों टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद शासन द्वारा हवाई सेवाओं के लिए किराये की दरें भी तय कर दी गई थी। हेली सेवा से पीछे हटने वालों में डेक्कन और ग्लोबल वेक्ट्रा शामिल हैं। इन दोनों ने ही सिरसी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरनी थी। माना जा रहा है कि, ये ऑपरेटर यात्रा के लिए शासन द्वारा तय की गई किराये की दर से संतुष्ट नहीं थे। वहीँ सूत्रों की माने तो डेक्कन ने बिना पायलट के ही टेंडर के लिए आवेदन किया था। ऐसे में अब यात्रियों के लिए आसानी से हेलीकॉप्टर उपलब्ध हो पाएं, इसके लिए इन दोनों ऑपरेटरों की जगह फिर से टेंडर जारी किये गए हैं, जिसकी अंतिम तिथि 23 मई निर्धारित की गई है।
वहीं सेवा शुरू करने वालों में आर्यन और एरो एविएशन गुप्तकाशी से, पवनहंस और यूटीएयर फाटा से एवं हिमालन हेली एविएशन सिरसी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगे।