चमोली: आदिबदरी मंदिर के कपाट आज से एक महीने के लिए बंद हो जायेंगे। विधि-विधान के साथ कपाट बंद होने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कपाट बंद होने के मौके पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। परंपरा के अनुसार अब इस मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए मकर संक्रांति के अवसर पर खोले जाएंगे।
बता दें कि यहां भगवान बदरी विशाल शालिग्राम मूर्ति के रूप में विराजमान हैं। इस मंदिर की स्थापना भी आद्य गुरु शंकराचार्य ने की थी। आदिबदरी में 16 मंदिरों का समूह है। वैसे तो इसे भगवान नारायण के आदिकालीन धाम के रूप में मान्यता प्राप्त है। लेकिन, यहां स्थित आकाशमुखी शिवलिंग का विशेष सम्मोहन है। आदि बदरी को पंच बदरी में गिना जाता है। देवभूमि उत्तराखण्ड में बदरी धाम समेत सभी पंच बदरी आदि बदरी, वृद्ध बदरी, योग-ध्यान बदरी और भविष्य बदरी का महत्त्व समान माना जाता है।