देहरादून: उत्तराखंड पुलिस से एक बड़ी खबर आई है। आप को बता दें कि 2015 में हुई 339 पदों पर हुई दरोगा भर्ती मामले की जांच वेजिलेंस द्वारा की जा रही है। जिसमे अब तक 20 सब इंस्पेक्टर दारोगा भर्ती परीक्षा मामले में संदिग्ध पाए गए हैं।
मामले की जानकारी देते हुए वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड ने बताया कि वर्ष 2015-16 उपनिरीक्षक सीधी भर्ती में अनियमित्ता होने की जांच विजिलेंस द्वारा की जा रही है। विजिलेंस द्वारा अभी तक की जांच पर प्रषित रिपोर्ट के क्रम में जांच में संदिग्ध पाए गए 20 उपनिरीक्षकों को जांच पूरी होने तक निलंबित करने हेतु सम्बन्धित जनपद प्रभारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
वही विजिलेंस की जांच की आंच में कई अन्य दारोगा भी आ सकते हैं। विजलेंस इस मामले में और सुबूत जुटा रही है। इस खबर से 2015 बैच के दरोगाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
इस मामले में मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि “वर्ष 2015-16 उपनिरीक्षक सीधी भर्ती में अनियमितता की शिकायत मिलने पर विजिलेंस को इसकी जांच सौंपी गई थी। अभी तक की जांच के आधार पर संदिग्ध पाए गए 20 उपनिरीक्षकों को जांच पूरी होने तक निलंबित किया गया है। हमारी सरकार सुशासन के लिए संकल्पबद्ध है। गड़बड़ी करने वालों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। भर्तियों में अनियमितताओ को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। जल्द ही देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया जायेगा। भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।”