देहरादून 19 सितंबर: उत्तराखंड चारधाम यात्रा का शनिवार से शुभारंभ हो गया है। यात्रा हेतु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई पास बनने का सिलसिला जारी है। अभी तक चारधाम हेतु 42 हजार से अधिक ई पास जारी किये जा चुके है। तथा 2530 से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन कर लिए है।
उच्च न्यायालय नैनीताल ने 16 सितंबर बृहस्पतिवार को चारधाम यात्रा को लेकर हुई सुनवाई कर यात्रा शुरू करने हेतु फैसला दिया। प्रदेश सरकार एवं देवस्थानम बोर्ड ने न्यायालय के दिशा-निर्देश के अनुसार एसओपी जारी की तथा कल 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया । चार धामों श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री धाम में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
अपने संदेश में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के सफलतापूर्वक शुभारंभ पर प्रसन्नता जताई है। पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि तीर्थयात्री चारधाम यात्रा हेतु उत्साहित है। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार चारधाम यात्रा के साथ उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। धर्मस्व सचिव एच. सी. सेमवाल ने कहा कि यात्रा संचालन एसओपी के तहत हो रहा है।
विधायक बदरीनाथ एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सदस्य महेन्द्र भट्ट, एव देवस्थानम बोर्ड के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष डिमरी, श्रीनिवास पोस्ती, महेंद्र शर्मा कृपाराम सेमवाल, जेपी उनियाल, गोविंद सिंह पंवार, चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य शिवप्रसाद ममगाई ने चार धाम यात्रा शुरु होने पर खुशी जताई।
जैसाकि विदित है श्री केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 (आठ सौ) श्रद्धालुओं, बद्रीनाथ धाम में 1000 (एक हजार) गंगोत्री में 600 (छ: सौ) यमनोत्री धाम में कुल 400 (चार सौ) श्रृद्धालुओं को जाने की अनुमति प्रदान की गयी है। चारधाम यात्रा हेतु उत्तराखंड से बाहर के श्रृद्धालुओं हेतु देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है तथा ई पास हेतु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट अथवा वैक्सीन की डबल डोज लगी होने का सर्टिफिकेट जमा करना है। उत्तराखंड प्रदेश के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है।