मोदी की आंधी में उड़े कांग्रेसियो में सबसे ज्यादा परेशानी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नजर आ रहे है। 18 मार्च की घटना के बाद बाग़ी बने कांग्रेसी विधायको ने खुद को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत से जान का खतरा बताया था अब वो सभी बाग़ी विधायक शैला रानी और शैलेन्द्र मोहन सिंघल को छोड़ कर विधायक निर्वाचित हुए है ,बागियो में से सतपाल महाराज , हरक सिंह रावत , यशपाल आर्य और सुबोध उनियाल कैबिनेट मंत्री है जबकि रेखा आर्य राज्य मंत्री है , ऐसे में हरीश कार्यकाल में पीड़ित रहने वाले अब ताकतवर बन गए है , हालाँकि हरीश रावत के पास 11 खिलाडी है लेकिन आकड़ो के खेल में बीजेपी हरीश से कहि आगे है। लेकिन स्टिंग प्रकरण चल रहा केस हरीश रावत के लिए गले की फ़ांस बना हुआ है। स्टिंग केस किस ओर करवट लेगा उसको कोर्ट ने तय करना है हा यह जरूर है की हरीश विरोधी सभी आज ताकतवर हो गए है। ऐसे में एकला चलो वाली पॉलिसी हरीश रावत के लिए अब मुसीबत पैदा कर रही है, हरदा भी शायद यही सोच रहे है की अब मेरा क्या होगा लेकिन राजनीती में कुछ भी असंभव नही है।