देहरादून: स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड के अंतर्गत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा आज दिनांक 17 फरवरी 2021 की साइबर बुलेटिन:
हरिद्वार निवासी व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को एल0आई0सी0 मैनेजर बताते हुये उनके एल0आई0सी0 पॉलिसी को शेयर मार्केट में लगाने व एल0आई0सी0 की रकम को दुगना करने का लालच देकर एल0आई0सी0 की सम्पूर्ण धनराशि उपलब्ध कराने के नाम पर विभिन्न शुल्क के रुप में विभिन्न बैक खातो में करीब 36,00,000/-रुपये की धनराशि प्राप्त करने सम्बन्धी बताया गया। प्रकरण में थाना साईबर क्राईम पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना जारी है
राजपुर रोड, देहरादून निवासी व्यक्ति के द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ को प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया तथा अवगत कराया गया कि उनको किसी अज्ञात व्यक्ति ने PhonePe कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फोन किया तथा बताया कि आपके द्वारा की गयी पेमेन्ट हेतु आपको PhonePe ऐप में ही कुछ और प्रोसेसिंग करनी होगी। जिन बातों में आकर शिकायतकर्ता द्वारा अपनी सभी बैंकिंग डिटेल बतायी गयी। जिस कारण उनके खातें से 03 बार में कुल 29999/- रुपये साईबर अपराधी द्वारा धोखाधड़ी कर निकाल लिये। इस प्रार्थना पत्र पर उप निरीक्षक प्रतिभा के द्वारा शिकायतकर्ता से उपलब्ध विवरण के आधार पर जानकारी प्राप्त करते हुये तत्काल सम्बन्धित नोडल Paytm को मेल प्रेषित की गयी तथा वॉलेट को ब्लॉक करने, धनराशि रिफण्ड करने एवं वॉलेट के प्रयोगकर्ता का विवरण उपलब्ध कराने हेतु मेल प्रेषित की गयी। Paytm द्वारा संदिग्ध के पेटीएम वॉलेट को ब्लॉक कर अवगत कराया गया कि धनराशि संदिग्ध द्वारा उक्त धनराशि Indusind बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दी गयी है। जिस पर सम्बन्धित बैंक खाते को फ्रीज कराने एवं लाभार्थी का विवरण उपलब्ध कराने हेतु मेल प्रेषित की गयी है।
रायपुर जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके फोन पर टेलीग्राम में एक ग्रुप आया जिसमें उक्त ग्रुप द्वारा लोगो को पैसा दुगना करने की चैट चल रही थी जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा भी अपनी धनराशि को दुगुना करने के लालच में उक्त ग्रुप के एडमिन को अपने साथ व्हटसप पर जोड़कर धनराशि दुगुना करने के सम्बन्ध में बात की गई जिसपर व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को झांसे में लेकर उसके धन को दुगुना करने हेतु कुछ टैक्स आदि की बात कहकर 1 लाख 30 हजार बैक खाते में डालने को कहा गया जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा उक्त धनराशि बताये अनुसार डाल दी गयी। इस प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 राजेश ध्यानी द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराये गये बैक डिटेल के आधार पर प्रकरण में आवश्यक तकनीकि जनकारी प्राप्त कर अभियोग पंजीकृत किया गया है ।