देहरादून: पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा वांछित/ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु संपूर्ण राज्य में अभियान चलाया गया है, जिसके सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना/चौकी प्रभारियों को उनके थाना क्षेत्रों में वांछित/फरार चल रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित करते हुए टीमों का गठन किया गया था। जिस क्रम में थाना मसूरी में दर्ज मु0अ0सं0 25/17 धारा 302, 201, 376 डी, 326ए/34 भा0द0वि0 तथा 3/2 एससी/एसटी एक्ट, जिसमें 09 अभियुक्तों द्वारा वर्ष 2017 में एक महिला के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या करने की घटना को अजांम दिया गया था।
उक्त अभियोग में पूर्व में पुलिस टीम द्वारा 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तथा शेष 04 अभियुक्त नन्दू पण्डित, ढगा मण्डल, जयकरन भगत तथा सुरेन्द्र साहनी सभी निवासीगण जनपद सीतामणी बिहार घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहे थे। जिन पर पुलिस महानिरीक्षक, कार्मिक द्वारा प्रत्येक अभियुक्त पर 5000-5000 रूपये ईनाम की घोषणा की गयी थी। उक्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस तथा एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा लगातार सुरागरसी/पतारसी की जा रही थी तथा अभियुक्तों के उत्तर प्रदेश तथा बिहार में छिपने के सम्भावित स्थलों पर लगातार दबिशें दी जा रही थी।
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इसी बीच एसओजी प्रभारी के जरिए मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि उक्त अभियुक्तों में से एक अभियुक्त नंदू पण्डित पुत्र सोबरन पण्डित, निवासी डुमरीकला थाना मेजरगंज, जिला सीतामढी, बिहार वर्तमान में पंजाब में पटियाला क्षेत्र में छिपकर रह रहा है। जिस पर पुलिस व एसओजी टीम को ईनामी अपराधी की गिरफ्तारी हेतु पंजाब रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा पंजाब में स्थानीय सूत्रों के माध्यम से अभियुक्त के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित करते हुए सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्त की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखी गयी। इसी बीच पुलिस टीम को यह जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त अभियुक्त सनोली (राजपुरा) में अपने किसी परिचित से मिलने आने वाला है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को दिनांक 10-01-2021 को सनोली (राजपुरा), पंजाब से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त नंदू पण्डित पुत्र सोबरन पण्डित, डुमरीकला थाना मेजरगंज, जिला सीतामढी बिहार का निवासी है जिसकी उम्र 45 वर्ष है।
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अभियुक्त द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि वर्ष: 2017 में बिल्टू ठेकेदार हमे काम करवाने के लिये मसूरी लाया था, जहां पर हम लोग मजदूरी का कार्य कर रहे थे। इसी बीच हमारे द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया। जिसमें घटना में लिप्त हमारे 05 साथियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हम लोग इस दौरान मसूरी से फरार हो गये थे। जिसके पश्चात मैं मसूरी से भागकर बिहार चला गया था, किंतु पुलिस द्वारा पकडे जाने के डर से मैं कुछ दिन बाद बिहार में रहने के बाद काम की तलाश में पंजाब चला गया था। जहां पर रहकर मैं अलग-अलग जगहों पर मजदूरी का काम कर रहा था। जहां से आज जब मैं अपने किसी परिचित से मिलने सनोली जा रहा था तो मुझे पुलिस/एसओजी टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
गठित पुलिस टीम में नरेन्द्र पंत (क्षेत्राधिकारी, मसूरी), उ0नि0 मनोहर रावत (थाना मसूरी) व एसओजी टीम से एश्वर्य पाल (प्रभारी एसओजी), उ0नि0 मोहन सिंह, कां0 ललित, कां0 अमित, कां0 पंकज, कां0 देवेन्द्र, कां0 आशीष, कां0 प्रमोद, कां0 विपिन राणा शामिल थे।
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