सामाजिक संगठन “महादेव सेना” का उत्तराखण्ड राज्य में हुआ गठन, गोविंद भट्ट बने संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जागेश्वर धाम में ढोल नगाड़े के साथ हुआ संगठन का सृजन
अल्मोडा: राज्य में समाजिक सरोकारों एंव धार्मिक धरोहरों की रक्षा एंव संगरक्षण करने हेतु राज्य में अब एक नव संगठन जो कि महादेव सेना के नाम से गठित हो गया है, जिसकी प्रथम प्रांत की बैठक दिनांक 15 दिसम्बर 2020 को अल्मोडा जनपद के प्रसिद्ध जागेश्वर शिव मंदिर से हुई। संगठन के राष्ट्रीय संस्थापक राजेन्द्र सेमवाल को दी गयी व राष्ट्रीय अध्यक्ष बने गोविन्द भटृ। महादेव सैनिको द्वारा सर्वप्रथम जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना की तत्पश्चात कार्यकारणी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में समुचे राज्य के जनपद से कार्यकर्ता पंहुचे। सभी ने अपने अपने विचार संगठन के मध्य रखे।
संगठन के अध्यक्ष गोविन्द भटृ ने बताया कि संगठन पूरी तरह गैर राजनैतिक है। यह धार्मिक, सामाजिक, कार्यों से समाज में हिन्दू धर्म की चेतना का प्रसार प्रसार करेगा एंव समाज में नव जागृति लाने का प्रयास करेगा। गोविन्द भटृ ने बताया कि अभी संगठन को विभिन्न प्रान्तों में भी बढाया जायेगा। इसका फैलाव सम्पूर्ण भारत में किया जायेगा, जिसका प्रयास भी शुरू हो गया है। प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले राज्य उत्तराखण्ड में महादेव सेना को मजबूत किया जायेगा एंव देवभूमि से ही महादेव सेना की अलख सम्पूर्ण देश में जगाई जायेगी। साथ ही अध्यक्ष द्वारा संगठन की कार्यकारणी का बिस्तार किया गया जिसमें से खीम सिंह दानू बाजपुर निवासी को कुमाऊँ मंडल उपाध्यक्ष एंव बद्री प्रसाद उनियाल को गढवाल मंडल उपाध्यक्ष व कमल सनवाल निवासी हल्द्वानी को कुमाऊँ महासचिव, दीपक पुरोहित को गढवाल महासचिव का दायित्व दिया गया। साथ ही प्रदेश मंत्री में जीवन सिंह मेहरा निवासी हल्द्वानी को बनाया गया।
जिला प्रभारियों की भी धोषणा की गयी जिसमें टिहरी एंव उत्तरकाशी से बद्री प्रसाद उनियाल, हरिद्वार से राजेन्द्र प्रसाद उनियाल, देहरादून से कैशव प्रसाद उनियाल, उधमसिंह नगर से मान सिंह मेहता, चमोली व रूद्रप्रयाग से दीपक पुरोहित, चपावत से राजेन्द्र चौहान, व जगदीश जोशी, नैनीताल से विजय फुलारा व जितेंद्र तिवारी, अल्मोडा से राजेन्द्र सिंह बिष्ट व मोहन चन्द्र भटृ, बागेश्वर से महंत हरीश गिरी, विनोद पाण्डेय व पिथौरागढ से प्रहलाद सिंह भैंसोडा व लाल सिंह को जनपदों का प्रभारी नियुक्त किया गया। साथ ही सभी नवनियुक्त दायित्व धारियों को पद और गोपनीयता की शपथ भी दिलाई गयी।