देहरादून: आज उत्तराखंड स्वास्थ विभाग द्वारा जारी, शाम 07:30 बजे की रिपोर्ट में 416 अतिरिक्त संक्रमित मरीज़ों की पुष्टि हुई है, जिसमें अल्मोड़ा ज़िले से 1, बागेश्वर ज़िले से 6, चमोली ज़िले से 0, चम्पावत ज़िले से 16, देहरादून ज़िले से 36, हरिद्वार ज़िले से 107, नैनीताल ज़िले से 15, पौड़ी ज़िले से 5, पिथौरागढ़ ज़िले से 0, रुद्रप्रयाग ज़िले से 4, टिहरी ज़िले से 16, उधमसिंह ज़िले से 192 व उतरकाशी ज़िले से 15 संक्रमित मरीज़ पाए गए है।
कुल मिलाकर प्रदेश में अब संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 11302 हुई है। वहीँ अब तक राज्य में कुल मिलाकर 143 मौत हुई है। आज एक 72 साल के पुरुष कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ की मौत एम्स ऋषिकेश में हुए है, जिनकी मौत टाइप I रेस्पिरेटरी फेलियर, रेफेक्टरी सेप्टिक शॉक, कोविड न्यूमोनिया के कारण हुई है।
यह भी पढ़ें: त्रिवेंद्र कैबिनेट की अहम बैठक खत्म, लिए गए यह महत्वपूर्ण फैसले
वहीँ दूसरी मौत एक कोरोना पॉज़िटिव 78 साल के पुरष मरीज़ की एम्स ऋषिकेश में हुए है, जिनकी मौत टाइप I रेस्पिरेटरी फेलियर, एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, डायबिटीज मेलिटस कारण हुई है।
तीसरी मौत एक कोरोना पॉज़िटिव 26 साल की महिला मरीज़ की एम्स ऋषिकेश में हुए है, जिनकी मौत एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम के कारण हुई है।
स्वस्थ हुए मरीज़ों की संख्या अब 7014 हुई है। जिसमे आज 327 (अल्मोड़ा ज़िले से 2, बागेश्वर ज़िले से 0, चमोली ज़िले से 10, चम्पावत ज़िले से 0, देहरादून ज़िले से 31, हरिद्वार ज़िले से 46, नैनीताल ज़िले से 15, पौड़ी ज़िले से 7, उत्तरकाशी ज़िले से 0, उधमसिंह नगर ज़िले से 216, रुद्रप्रयाग ज़िले से 0, पिथौरागढ़ ज़िले से 0 व टिहरी ज़िले से 0) मरीज़ों को छुट्टी दी गयी है। अब 42 ऐसे संक्रमित मरीज़ है जो राज्य से बहार शिफ्ट किया गए है।
अब 4103 सक्रिय मामले बचे है जिसमे देहरादून ज़िले से 479, पौड़ी गढ़वाल ज़िले से 65, टिहरी गढ़वाल ज़िले से 126, उदमसिंह नगर जिले से 1077, चमोली जिले से 52, नैनीताल जिले से 603, उत्तरकाशी ज़िले से 160, पिथौरागढ़ जिले से 96, बागेश्वर जिले से 30, हरिद्वार ज़िले से 1253, रुद्रप्रयाग जिले से 24, चम्पावत ज़िले से 93 और अल्मोड़ा ज़िले से 45 मरीज़ है। वहीं आज COVID-19 नकारात्मक पाए गए नमूनों की संख्या 6227 तथा भेजे गए नमूनों की संख्या 5121 है।
यह भी पढ़ें: पिथौरागढ़ जिले में लगातार बारिश व भूस्खलन से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल