देहरादून -2017 में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली बीजेपी के लिए कई बड़ी चुनौतियां सामने खड़ी है । ख़ास कर बीजेपी का 2017 दृष्टि पत्र और भ्रस्टाचार, दो मुद्दे ऐसे है जिनको बीजेपी ने पूरा करना ही होगा। 2007 में कांग्रेस के 56 घोटालो का ज़िक्र करके सरकार बनाने वाली बीजेपी ने अपने पांच साल के कार्यकाल 56 में से एक को भी उजागर नही किया। एक बार फिर बीजेपी के पास मौका है उस दाग़ को साफ़ करने का जब केंद्र में भी उन्ही की पार्टी की सरकार है। बीजेपी प्रदेश कोषाध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा तनवीर सिंह का कहना है की नेता तो भ्रष्टाचार करते ही है लेकिन अफसर कम नही होते , अफसरों की भ्रष्टाचारो में संलिप्ता के कारण है की कोई भी पार्टी सरकार बनाने के बाद उन भ्रष्टाचारों को उजागर नही कर पाती जो उसने विपक्ष में रहते हुए पकड़ा हो इसलिए हमारी जिम्मेदारी है की हम हरीश रावत के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचारों को उजागर करे और हरीश रावत के साथ साथ दोषी अफसरों को भी जेल की हवा खिलाये।