नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के विरोध में कांग्रेस ने राजघाट पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में तमाम कांग्रेसियों ने इस कानून के खिलाफ महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर सत्याग्रह किया। इससे पहले इस प्रदर्शन में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, डॉ. मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल हुए।
सत्याग्रह की शुरुआत सोनिया गांधी ने प्रस्तावना पढ़कर की। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और फिर राहुल गांधी ने प्रस्तावना पढ़ी। इन तीनों प्रमुख नेताओं ने प्रस्तावना पढ़ने के सिवाय कोई बयान नहीं दिया। प्रस्तावना पढ़ने के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में आ गया है। वहीँ पीएम नरेंद्र मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वह देश को बांटना चाहते हैं। पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @OfficeOfKNath ने आज राजघाट पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।#SatyagrahaForUnity pic.twitter.com/4mx3Dmdnws
— Congress (@INCIndia) December 23, 2019
राजघाट पर आयोजित #SatyagrahaForUnity में कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi का सम्बोधन pic.twitter.com/Pxd1sLeMyC
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भारत के छात्रो, युवाओं और कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को मोदी-शाह द्वारा देश को विभाजित करने के विरोध में राज घाट पर आयोजित एकता सत्याग्रह को सफल बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद । pic.twitter.com/AFVcGO4CPu
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 24, 2019