निर्भया के दोषी की SC में दलील- दिल्ली में जहरीले हवा-पानी से हो ही रही जिंदगी छोटी, फिर फांसी क्यों?

Please Share

नई दिल्ली: दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में चार दोषियों में से एक दोषी अक्षय कुमार सिंह ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दायर की। अपनी याचिका में अक्षय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से पूछा है कि क्यों उसे मौत की सजा दी जा रही है, जब वैसे ही जिंदगी जीने के साल पहले के मुकाबले कम हो गए हैं। वेद, पुराण और उपनिशद का जिक्र करते हुए अक्षय ने कहा है कि सतयुग में लोग ज्यादा साल तक जीते थे, जोकि अब नहीं है।

अपनी याचिका में अक्षय सिंह ने दिल्ली में वायु प्रदूषण और प्रदूषित पानी का भी जिक्र किया है। याचिका में कहा गया कि दिल्ली एनसीआर में प्रदूषित हवा और पानी के बारे में सभी जानते ही हैं। जिंदगी और छोटी होती जा रही है, ऐसे में मौत की सजा क्यों?

ज्ञात हो कि दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 16-17 दिसंबर, 2012 की रात में 23 वर्षीय निर्भया से छह व्यक्तियों ने बर्बरता पूर्वक सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बुरी तरह जख्मी हालत में सड़क पर फेंक दिया था। निर्भया की 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर में माउन्ट एलिजाबेथ अस्पताल में मृत्यु हो गयी थी। इस वारदात में शामिल छह आरोपियों में से एक राम सिंह ने तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी जबकि एक अन्य आरोपी नाबालिग था और उसे तीन साल की सजा पूरी करने के बाद सुधार गृह से रिहा कर दिया गया था।

You May Also Like