देहरादून: पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही तैयारियों में जुटे हैं। हालाँकि अभी तक दोनों ही पार्टियों ने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। वहीँ इस सीट से कांग्रेस की ओर से मजबूत प्रत्याशी माने वाले पिथौरागढ़ के पूर्व विधायक मयूख महर ने चुनाव लड़ने से साफ इनकार किया। जिसके बाद उन्हें मनाने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने ऊपर ले ली है।
हरीश रावत ने कहा है कि मयूख महर कांग्रेस के सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं। वे खुद मयूख महर से इस मामले में बात करेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि मयूख अपने अनुरोध को नहीं टालेंगे। उपचुनाव में खुद पांच-सात दिन वह मयूख के समर्थन में पिथौरागढ़ में रहेंगे।
मैं शारीरिक रूप से ऐसी स्थिति में नहीं हूँ कि, बहुत चुनावी राजनीति में भाग ले सकूं, हाॅ यह अवश्य है कि, मयूख महर उम्मीदवार होंगे और हरीश रावत कम से कम 5 से 7 दिन पिथौरागढ़ में प्रवास करेगा।
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) October 28, 2019
मयूख को हरीश रावत का नजदीकी माना जाता है और वह पिथौरागढ़ में प्रकाश पंत को खासी टक्कर भी देते आए हैं। इसके अलावा हरीश रावत ने पिथौरागढ़ उपचुनाव लड़ने से साफ इनकार भी कर दिया है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मयूख महर के चुनाव लड़ने से मना करने पर हरीश रावत को प्रत्याशी बनाने का सुझाव दिया था। वहीँ मथुरा प्रसाद जोशी भी इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।