तेहरान: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने बुधवार को परमाणु हथियारों पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान ने परमाणु हथियारों को विकसित जरूर किया है लेकिन अब वह इनका प्रयोग नहीं करेगा। खेमनेई के मुताबिक परमाणु हथियारों का प्रयोग इस्लाम में हराम है। खेमनेई के इस बयान पर लोग कई तरह से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
खामनेई के ऑफिस से ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है। इस वीडियो में उन्हें कुछ शिक्षाविदों को परमाणु हथियारों को लेकर कई अहम बातें कहते हुए सुना जा सकता है। खामनेई ने कहा, ‘हम इस रास्ते पर चलने से पहले कुछ कदम उठा सकते थे, इस्लामिक फैसलों के तहत हम इस बात पर मजबूती से यकीन करते हैं और बहादुरी से कहते हैं कि हम अब इस रास्ते पर नहीं चलेंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इस्लाम में परमाणु हथियारों का निर्माण और इनका ढेर इकट्ठा करना हराम है।’ खामनेई ने आगे कहा कहा, ‘अगर हमारे पास परमाणु हथियार होता तो फिर यह बहुत ही वाजिब था कि इसका प्रयोग कहीं भी रोक पाना असंभव होता। इस्लाम के सिद्धांतों में यह निश्चित तौर पर हराम है।’
ईरान हर बार इस बात से इनकार करता आया है कि उसके पास किसी तरह का कोई परमाणु हथियार है। ईरान की मानें तो उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से ऊर्जा उत्पादन और मेडिकल के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
अयातुल्ला खामनेई सन् 1981 से 1989 तक ईरान के राष्ट्रपति रहे हैं। इस समय वह ईरान के सुप्रीम लीडर हैं।