इस्लामाबाद: भारत में सीमा पार घुसपैठ के आरोपों को नकारने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अब खुद ही इसे अप्रत्यक्ष तौर पर स्वीकार किया है। इमरान खान ने ट्वीट कर पीओके के लोगों को संबोधित करते हुए लिखा है, ‘आजाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरियों के गुस्से को मैं समझता हूं। उन्हें सीमा पार के अपने साथियों की चिंता है, लेकिन किसी भी व्यक्ति का मानवीय सहायता के लिए एलओसी पार करना भारत के नैरेटिव को मजबूत करेगा।’
अपने ट्वीट में इमरान खान ने भले ही मानवीय सहायता के प्रॉपेगैंडे की बात कही है। लेकिन इतिहास इस बात की तस्दीक करता है कि सीमा पार से मानवीय सहायता नहीं बल्कि आतंकवादी घुसपैठ करते रहे हैं। साफ है कि इमरान ने माना है कि पाकिस्तान और पीओके से भारत में घुसपैठ होती रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि बचाने के लिए फिलहाल वह सतर्क हैं।
I understand the anguish of the Kashmiris in AJK seeing their fellow Kashmiris in IOJK under an inhumane curfew for over 2 months. But any one crossing the LoC from AJK to provide humanitarian aid or support for Kashmiri struggle will play into the hands of the Indian narrative –
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 5, 2019
इमरान ने एक और ट्वीट में लिखा कि यदि आप सीमा पार करते हैं तो इससे भारत के पाकिस्तानी ‘इस्लामिक टेररिज्म’ के अजेंडे को मजबूती मिलेगी।
a narrative that tries to divert from the indigenous Kashmiris' struggle against brutal Indian Occupation by trying to label it as "Islamic terrorism" being driven by Pakistan. It will give India an excuse to increase violent oppression of Kashmiris in IOJK & attack across LoC
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 5, 2019