देहरादून: देहरादून के पथरिया पीर में जहरीली शराब के सेवन से हुई छह लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने वांछित चल रहे भाजपा से निष्कासित पूर्व पार्षद अजयसोनकर उर्फ घोंचू को गिरफ्तार कर लिया
घोंचू की योजना कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की थी, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।
पूछताछ में अभियुक्त अजय सोनकर उर्फ घोंचू द्वारा बताया गया कि घटना वाले दिन वह अपने जाखन स्थित मकान में था। शाम के समय उसे सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि पथरियापीर क्षेत्र मंे हुई घटना में उसका नाम प्रकाश मंे आ रहा है। जिस पर उसने देहरादून से भागने की योजना बनाई तथा हरिद्व़ार मे छिपने के लिये वह अपने दोस्त के साथ उसकी कार से अपने जीजा के साथ सहस्त्रधारा आई0टी0 पार्क होते हुए हरिद्व़ार को रवाना हुआ। भानियावाला पहुंचने पर एक होटल में जाकर उसे लगा कि वह यहां छुप सकता है, इस पर उसके द्वारा उक्त होटल में कमरा लेकर अपने जीजा के साथ रूक गया तथा उनका दोस्त उन्हंे वहां छोडकर वापस देहरादून आ गया। पुलिस टीमों द्वारा उसकी तलाश में लगातार दी जा रही दबिशों से वह काफी घबराया हुआ था तथा अपने कमरे से बाहर भी नहीं आ रहा था। पुलिस की गतिविधियों के सम्बन्ध मंे वह अपने जीजा के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर रहा था।
पुलिस के डर से उसने अपना मोबाइल व सिम बन्द कर रखा था। अभियुक्त अजय सोनकर उर्फ घोंचू द्वारा बताया गया कि वह अपने जीजा के माध्यम से आत्मसमर्पण करने की फिराक में था। जिसके लिये उसने एक नया फोन तथा सिम खरीदा था। उसे आज उम्मीद थी कि वह आज माननीय न्यायालय में आत्मसमर्पण कर लेगा पर पुलिस टीम द्वारा उसे माननीय न्यायालय पहुंचने से पूर्व ही गिरफ्तार कर लिया गया। अवैध शराब के सम्बन्ध में जानकारी करने पर अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह कनाट प्लेस में स्थित ठेके से 70 रू0 प्रति पव्वे की दर से शराब उठाया करता था तथा अपने एजेंटो को 85 रू0 प्रति पव्वे के हिसाब से बेचता था तथा एंजेट 100 रू0 प्रति पव्वे की दर से आम लोगों को इसे बेचा करते थे। कानून से बचने के लिए घोंचू ने खूब जुगाड़ लगाए थे, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने सोमवार रात पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पथरिया पीर में छह लोगों की मौत के बाद से यह बात सामने आ रही थी कि गौरव, राजू उर्फ राजा नेगी और पूर्व पार्षद अजय सोनकर उर्फ घोंचू इलाके में अवैध रूप से शराब बेचते थे।