पंजाब: देश मे जहां सरकार कर्ज माफी और किसानों के लिए योजनाओ के दावे कर रही है । वही दूसरी कर्ज की हकीकत को बयां करता मामला सामने आया है। विडंबना है कि एक कर्ज ने एक परिवार की तीन पीढ़ियों को उजाड़ दिया। महज सात लाख रुपए के कर्ज के चलते अब परिवार में कोई पुरुष नहीं बचा है।
बरनाला जिले के भोटना गांव में महज सात लाख रुपयों के कर्ज ने पिछले 15 साल में एक किसान परिवार की तीन पीढ़ियों की बलि ले ली। एक 22 साल के युवा ने अपने पिता और दादा की तरह कर्ज न चुका पाने की वजह से जहर खाकर जान दे दी। अब कर्ज का बोझ इस परिवार में बची दो महिलाओं पर है। पुलिस के अनुसार, लवप्रीत सिंह ने अपने घर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पिछले 15 वर्षों में इस परिवार की 12 एकड़ जमीन कर्ज चुकाते-चुकाते एक एकड़ के आसपास रह गई थी।
बता दें कि अब इस परिवार में बची हैं लवप्रीत की मां हरपाल कौर और उनकी बहन मनप्रीत कौर, जिन्हें इस पहाड़ जैसे दुख के साथ-साथ 7 लाख के कर्ज से भी निबटना है। हरपाल कौर कहती हैं, ‘मेरे पति की आत्महत्या के बाद लवप्रीत ने कर्ज चुकाने के लिए बड़े स्तर पर खेती करनी शुरू कर दी थी। इस सीजन में उसने पांच एकड़ जमीन लीज पर ली थी। लेकिन सारी मेहनत बेकार गई। ऐसा लगता है कि हमारे परिवार पर कोई शाप है।’