नई दिल्लीः एशिया का नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाले रेमन मैग्सेसे अवार्ड लेने के लिए वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार फिलीपींस की राजधानी मनीला पहुंच चुके हैं। उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार 9 सितंबर को दिया जाएगा। वह हिंदी मीडिया के पहले पत्रकार हैं जिन्हें यह अवार्ड दिया जाएगा।
मनीला में रवीश कुमार से एक पत्रकार ने पूछा कि उनको प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तक बधाई नहीं दी है, तो इसका जवाब देते हुए रवीश ने कहा, कोई बात नहीं पीएम मोदी ने बधाई नहीं दी। उनका बधाई नहीं देना भी बधाई है। बता दें कि रवीश कुमार एनडीटीवी में कार्यरत हैं। उनका प्राइम टाइम शो लोगों को काफी पसंद आता है। हालांकि उनके विचारों से कुछ लोग असहमति भी जताते हैं।
फाउंडेशन ने कहा कि रवीश का प्राइम-टाइम शो आम लोगों की वास्तविक, अनकही समस्याओं को उठाता है। इसके साथ ही कहा, अगर आप लोगों की आवाज बन गए हैं, तो आप पत्रकार हैं। रवीश को गंभीर, प्रभावशाली एवं मुद्दों पर अच्छी पकड़ रखने वाले एंकर के रूप में जाना जाता है। हालांकि फाउंडेशन ने कहा कि वह जिस तरह की पत्रकारिता करते हैं, वही उनकी विशेषता है। फाउंडेशन ने आगे कहा गया, “मीडिया का ऐसा वातावरण जिसमें सरकार का हस्तक्षेप है, जो कट्टर राष्ट्रवाद के हिमायतियों के कारण विषाक्त है, जिसमें ट्रोल एवं ‘फर्जी खबर’ फैलाने वाले लोग हैं और जहां बाजार की रेटिंग की प्रतियोगिता के चलते ‘मीडिया हस्तियों’ को कीमत चुकानी पड़ रही है, जहां खबरों को सनसनीखेज बनाया जा रहा है, ऐसी स्थिति में, रवीश इस बात पर जोर देने में मुखर रहे हैं कि गंभीर, संतुलित और तथ्य आधारित रिपोर्टिंग के पेशेवर मूल्यों को जिंदा रखना होगा।”
इस साल के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार के चार अन्य विजेताओं में म्यांमार के को स्वे विन, थाइलैंड की अंगखाना नीलापाइजित, फिलीपीन के रैयमुंडो पुजंते कायाबायऐब और दक्षिण कोरिया के किम जोंग की शामिल हैं। पुरस्कार विजेताओं को 31 अगस्त, 2019 को आयोजित होने वाले आधिकारिक समारोह में मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 1957 में शुरू हुए इस पुरस्कार को एशिया का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है।