नई दिल्ली: देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली के झंडेवालान स्थित संघ कार्यालय ‘केशव कुंज’ में हुई। इस दौरान दोनों के बीच हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने और भीड़ द्वारा हत्या की घटनाओं (मॉब लिंचिंग) सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान मौलाना अरशद मदनी ने संघ प्रमुख भागवत से मौजूदा हालत पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि संघ मुस्लिमों को लेकर अपना नजरिया बदले और सिर्फ बयानबाजी नहीं बल्कि जमीन पर उतरकर काम करे। यह मुलाकात करीब डेढ़ घन्टे तक चली। मौलाना मदनी ने आरएसएस प्रमुख से कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के बिना हमारा देश बड़ी ताकत नहीं बन सकता है। राष्ट्रीय जनमंच की पहल पर दोनों की मुलाकात हो पाई।
वहीँ दोनों हस्तियों की मुलाकात ऐसे वक्त में हुई, जब अनुच्छेद 370 व ट्रिपल तलाक हटाया गया है और मॉब लिंचिंग के मामले सामने आ रहे हैं। मदनी ने मॉब लिंचिंग से जुड़े मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए विशेष कानून बनाने पर जोर दिया।