श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के पहले और बाद में नजरबंद और गिरफ्तार किए गए नेता फिलहाल बाहर नहीं आ रहे हैं। नजरबंद किए गए नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। अगले कुछ दिन तक इनके पुलिस की हिरासत में ही रहने की संभावना है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि एहतियाती तौर पर हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई के बारे में कोई भी फैसला स्थानीय प्रशासन की राय और वहां के हालात पर निर्भर करेगा। अधिकारी ने कहा कि यह कहना बहुत कठिन है कि हिरासत में लिए गए नेताओं को कब रिहा किया जाएगा। उन्होंने संकेत दिए कि इस मामले में किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं की जा रही है।
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का अधिकांश वक्त आजकल अधूरी किताब को पूरा करने में बीत रहा है। जो समय बचता है, उसमें वह जिम में पसीना बहाते हैं या फिर कुछ पुरानी वीडियो गेम खेल रहे हैं। लेकिन उनकी राजनीतिक प्रतिद्वंदी पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का वक्त इबादत और किताबों में बीत रहा है।
गौरतलब है कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को चार अगस्त की रात को ही एहतियातन हिरासत में लिया गया था। शुरू में दोनों को गुपकार मार्ग पर स्थित हरि निवास पैलेस में रखा गया था। लेकिन दोनों में एक दिन हुए झगड़े के बाद प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को हरि निवास से चश्मा शाही के पास स्थित एक अतिथिगृह में स्थानांतरित कर दिया था।