नई दिल्लीः भारतीय वायु सेना के वाइस चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भारत आने वाले लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरी। उन्होंने यह उड़ान फ्रांस में भरी।राफेल में उड़ान को वाइस चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बेहतरीन अनुभव बताया है। उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान राफेल देश की सेना के लिए बेहद अहम साबित होगा। उन्होंने कहा कि एक बार इस विमान के वायुसेना में शामिल होते ही राफेल और सुखोई की जोड़ी दुश्मन का तनाव बढ़ाने का काम करेगी।
इस मौके पर उन्होंने कहा, यहां हमने इससे जुड़े कई पाठ सीखे हैं कि कैसे हम राफेल का भारतीय वायु सेना में बेहतर उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि एसयू-30 के साथ इसका संयोजन किस तरह किया जा सकता है।’ भदौरिया ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना में टेक्नालॉजी और हथियार के रुप में राफेल एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगा। आने वाले सालों में यह आक्रामक मिशनों और युद्ध जैसी स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।वाइस एयर चीफ मार्शल ने कहा कि एक बार सुखोई और राफेल सेना के बेड़े में शामिल हो जाए, इसके बाद दुश्मनों को औकात में रहना होगा। दोनों फाइटर जेट एक साथ ऑपरेट होना शुरू हो जाए तो फिर पाकिस्तान दोबारा अपनी नापाक हरकत नहीं कर पाएगा। उन्होंने आगे कहा कि राफेल में जिस तरह की तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया गया है, वे भारत के लिए प्लानिंग के नजरिए से एक गेम चेंजर साबित होंगे। हम जिस तरह के आक्रामक मिशनों और आने वाले समय में युद्ध के लिए प्लानिंग करना चाहते हैं, उसके हिसाब से ये तकनीक और हथियार बिल्कुल उपयुक्त हैं।’
मालूम हो कि अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदेगा। भारत और फ्रांस के बीच 23 सितंबर 2016 को 36 राफेल विमान खरीदने की डील साइन हुई थी। इसी महीने की शुरुआत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जीगलर ने कहा था कि भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान दो महीनों के अंदर सौंप दिया जाएगा और यह बिल्कुल समय पर मिलेगा। जीगलर ने बताया था कि भारतीय वायुसेना को सभी 36 राफेल लड़ाकू विमान अगले दो साल में सौंप दिए जाएंगे। उन्होंने कहा था, ‘भारतीय वायु सेना को पहला राफेल लड़ाकू विमान अब से ठीक दो महीने में सौंप दिया जाएगा, मुझे लगता है यह सितंबर में होगा, बिल्कुल समय पर। वहीं, 36 विमान अगले दो साल में आएंगे।’