रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में एक यात्री की मौत के बाद हेली ऑपरेटरों और पुलिस में बीच हंगामा हो गया। जिसके बाद सभी हेली ऑपरेटरों ने मंगलवार दोपहर धाम के लिए उड़ाने रोक दी। जहाँ पुलिस ने यात्री को ले जाने के लिए ऑपरेटर पर आनाकानी का आरोप लगाया, तो वहीँ ऑपरेटरों ने पुलिस पर उनके कर्मी के साथ मारपीट का आरोप लगाया है।
पुलिस के मुताबिक, टेंडर की शर्त के अनुसार किसी भी आपातकाल स्थिति में हेली ऑपरेटर को प्राथमिकता के आधार पर उक्त सेवा हेतु हेलीकॉप्टर उपलब्ध करना है। उन्होंने कहा कि, इसके लिए कुछ ऑपरेटर सहयोग कर रहे हैं, लेकिन कुछ नियमों को नहीं मान रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को एक व्यक्ति की तबियत बिगड़ने पर जब वहां मौजूद हिमालयन कम्पनी के हेलीकॉप्टर की सेवा मांगी गई तो, वो आनाकानी करने लगे, जिसमे करीब एक घंटे की देरी हो गई और यात्री ने वहीँ दम तोड़ दिया। साथ ही पुलिस ने बताया कि, उक्त कम्पनी ने मामले में किसी भी तरह की कार्यवाही से बचने के लिए उड़ानों को रोक दिया। वहीँ पुलिस ने साफ़ किया कि, मामले में लापरवाही की जाँच की जाएगी, साथ ही यदि मृतक यात्री के परिजनों द्वारा कोई शिकायत पुलिस को दी जाती है, तो उस पर भी जाँच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
वहीँ ऑपरेटर का आरोप है कि, मामले में पुलिस ने बिना प्रक्रिया को अपनाए जबरदस्ती मरीज को हेलीकॉप्टर में बैठाने की कोशिश की। साथ ही कर्मियों से मारपीट भी की। जिसके बाद विरोध स्वरुप सभी ऑपरेटरों ने धाम के लिए हवाई उड़ाने रोकी। उन्होंने कहा कि, नियम के मुताबिक, मामले की जानकारी पहले नोडल अधिकारी को दी जानी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने खुद ही मामले में सीधे हस्तक्षेप किया।
उधर नोडल अधिकारी ने मामले में किसी भी तरह की सूचना नहीं मिलने की बात कही है।