मसूरी: 25 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 45 युवा सहायक सेनानियों ने दीक्षांत समारोह के बाद बल की मुख्य धारा में सम्मिलित हो गयें। आईटीबीपी के ग्राउॅड में आयोजित मनमोहक परेड के साक्षी बने लोगो ने करतल घ्वनी से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारियों की टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया। 45 अधिकारियों में 3 महिला अधिकारियों ने ताल पर ताल ठोककर इस लक्ष्य को हसिल किया है। आईटीबीपी के ग्राउॅड में आयोजित भव्य दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि एस एस देसवाल आईपीएस महानिदेशक भारत तिब्बत सीमा पुलिस मौजुद रहे। नये सैन्य अधिकारियों की टीम ने सुंन्दर मार्च पास्ट का प्रर्दशन कर अपनी काबिलियत का परिचय दिया। वहीं मुख्य अतिथि ने सालामी लेते हुये प्रशिक्षण के दौरान अव्वल रहे अधिकारियों को मेडल देकर सम्मानित किया। उसके बाद नव नवेले अधिकारियों के कंन्धों पर बैच लगाकर बधाई दी है।
इस मौके पर आईटीबीपी के जवानों ने व्यायाम के कई करतब दिखा कर मौजुद लोगों का भरपूर मनोरंजन कर तालिया बटोरी है। खुशी में लवालव नये सैन्यअधिकारियों ने टोपीयों को हवा में उडाकर खुशी का इजहार किया है। इस मौके पर महानिदेशक अकादमी ने बताया कि यह बडे ही गर्व की बात है कि आज महिलायें भी पुरूषों से कही कम नही है। जिसका उदाहरण भारत तिब्बत सीमा पुलिस में देखने को मिलता है उन्होने कहा कि जिन 45 सैन्य अधिकारियों ने आज बल के मुख्यधारा में सम्मिलित होकर कमान संभाली है वह सदैव देश सेवा के लिये अपने अनुभव का उपयोग करेगें और हर प्रस्थितियों का डटकर मुकाबला करेंगे। इस अवसर पर कई अधिकारियों के परिजन भी मौजुद रहे है। जिन्होने अपने लाडलो व लाडलियों के कंन्धों पर सितारे लगाकर खुशी व्यक्त की है। शपथ ग्रहण करने वाली महिलाओं में एक वह महिला भी है। जिसका पति इसी बल में डिप्टी कमांडेनंड के पद पर कार्यरत है।प्रशिक्षण प्राप्त महिला अधिकारियों का कहना है कि आज पुरूषों की अपेक्षा महिलायें भी कम नही है जज्बा हो तो हर चुनौतियों का मुकाबला किया जा सकता है।