बागेश्वर: बागेश्वर जनपद मुख्यालय के आस-पास बंदरों के आतंक की समस्या बनी हुई है। बंदरो के आतंक के चलते जिले के दर्जनों किसानों ने काश्तकारी छोड़ दी है। बंदर जहां खेत खलिहान को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वहीं स्थानीय दुकानों में रखे सब्जी, फ़ल आदि को उठा ले जा रहे हैं। जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान पहुँच रहा है।
इसके अलावा शहर में कई जगहों पर बंदरों के भय से स्कूली बच्चे अकेले स्कूल जाने से कतराने लगे हैं। वहीँ अब तक कटखने बंदर कई लोगों को काट भी चुके हैं। इसके बाद भी वन विभाग और शासन ने इस विकट समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है। कुछ समय पहले मुख्यमंत्री ने जनपद के भ्रमण के दौरान हर जिले में बंदरबाड़ा बनाने की घोषणा की थी, लेकिन बन्दर बाड़ा बनाने की कवायद आज तक शुरू नहीं हो सकी है। इससे पूर्व में वन विभाग ने बंदरबाड़े बनाने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था लेकिन, स्वीकृति नहीं मिलने से मामला फिलहाल ठन्डे बस्ते में पड़ा हुआ है।
वहीँ इस मामले में वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि, बंदरो को पकड़ने के लिए बाहर से एक्सपर्ट्स बुलाए जायेंगे। जिसके लिए शासन से बजट की मांग रखी है। अल्मोड़ा जिले में बंदरो का बंधियाकरण किया जा रहा है, तो बागेश्वर जिले से बंदरो को पकड़कर अल्मोड़ा ले जाया जाएगा।