बागेश्वर: बागेश्वर शहर से मात्र 15 किमी. की दूरी पर सातरतवे ग्राम सभा सहित दर्जनों गाँव हैं, लेकिन इस ग्राम सभा को लिंक करने वाली ग्रामीण सड़क के अब तक पूर्ण न होने पर ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सातरतवे मोटर मार्ग का लिंक गिरीछीना स्टेट हाईवे में होना है। सड़क के लिंक होने से दर्जनों ग्राम सभाओं को इसका लाभ मिलता।
ग्राम सभा में बीमार बुजुर्गो और गर्भवती महिलाओं को आज भी डोली में ले जाना पड़ता है। क्योंकि कच्ची सड़क पर एम्बुलेंस का आना मुश्किल और जोखिम भरा है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्डे होने से वहां चालकों सहित यात्रियों को अपनी सेफ्टी देखकर चलना पड़ता है। स्कूली बच्चों को भी जान जोखिम में डालकर मजबूरन सड़क से सफर करना पड़ता है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, जब नजदीक के गांवों का ये हाल है तो जिले के दूरस्थ गांवों का क्या हाल होगा।
वहीँ ग्रामीणों का कहना है कि, साल 1977 में सोबन सिंह जीना ने इस महत्वपूर्ण सड़क की स्वीकृत करवाई थी लेकिन, सड़क आज 2019 में भी पूरी नहीं हो पायी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि, कई बार शासन-प्रशासन जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं लेकिन, उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि, अगर जल्द सडक ठीक नहीं होती है तो ग्रामीण अंदोलन को बाध्य होंगे।
वहीँ जिलाधिकारी ने बताया कि, सड़क सुरक्षा नियम के तहत जिले की सभी कार्यदाई संस्थाओं को आदेशित किया गया है। सड़को को मानक अनुसार ही बनाये जाने और समय पर डामरीकरण के निर्देश दिए गये हैं।