बागेश्वर: लोक सभा सामन्य निर्वाचन को निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन विभाग और जिला प्रशासन अपनी पूरी तैयारियों और जोश-खरोश के साथ जुटा है।
लोकसभा का निर्वाचन के पहले चरण में आगामी 11 अप्रैल को यहाँ मतदान होना है। अल्मोड़ा आरक्षित लोकसभा सीट में चार ज़िलो अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत के साथ दर्जनों विधानसभा तालुक रखती है। इस सीट पर भाजपा के वर्तमान सांसद अजय टम्टा दुबारा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं काँग्रेस से राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा प्रत्याशी हैं। प्रदीप टम्टा का 2004 से 2009 तक अल्मोड़ा सीट पर कब्ज़ा रहा है। 2014 में बीजेपी के अजय टम्टा जीते। इस बार बसपा से सूंदर धोनी भी चुनावी जंग में कूदे हैं।
वहीं बागेश्वर जनपद में दो विधानसभा की जनता इन प्रत्याशियों की क़िस्मत का फ़ैसला आगामी 11 अप्रैल को करेंगे। बागेश्वर जनपद में कुल वोटर दो लाख आठ हज़ार तीन सौ पैतालीस। जिनमें से बागेश्वर में एक लाख बारह हजार तीनसौ पंद्रह और कपकोट में छियानबे हज़ार तीस। वहीँ पुरूष मतदाता 1,05,644 और महिला मतदाता 1,02,701 हैं। कुल मिलाकर देखा जाय जनपद में महिला मतदाताओं की सांख्य ज्यादा है। तो महिला वोटर ही निर्णायक भूमिका निभाएंगी।
वहीं इस जिले की दोंनो विधानसभा की जनता की मिली जुली प्रतिक्रिया मिली। आम जनता व युवा नए वोटरों की एक जैसी समस्या शिक्षा, सडक़,बेरोजगारी, स्वास्थ्य, संचार, पलायन आदि मुद्दे हावी रहे।
जनता का कहना है हमने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा व बीजेपी के अजय टम्टा दोंनो का कार्यकाल देखा लेक़िन दोनों सांसदो ने इन ज़िले में ऐसा कोई बड़ा कार्य नही करा अब ऐसे में दुबारा से दोनों प्रत्याशी एक बार फ़िर आमने सामने है। चूंकि इस सीट पर विकल्प न होने के कारण बारी बारी से दोंनो प्रत्याशी को जिताते आए है। अब देखना दिलचस्प होगा जीत का शेहरा किसके सिर सजता है। ये मतगणना 23 मई को पता चलेगा।