नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने आज अपना घोषणा पत्र जारी किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में ये घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंच पर मौजूद रहे। कांग्रेस के घोषणा पत्र का नाम ‘जन घोषणापत्र-2019’ रखा गया है। कांग्रेस ने इस घोषणा पत्र के माध्यम से कई बड़े वादे किए हैं। इस घोषणा पत्र में युवाओं को रोजगार, किसानों की कर्जमाफी के अलावा न्यूनतम आय योजना-न्याय के तहत 72 हजार रूपए सालाना देने का वादा भी शामिल है। पिछले कुछ समय से राहुल गांधी जिस तरीके से बेरोजगारी, किसानों का कर्ज और गरीबी हटाने की बात कर रहे थे, ये माना जा रहा था कि पार्टी इन मुद्दों को मेनिफेस्टो में प्रमुखता से जगह देगी।
इस मौके पर घोषणा पत्र कमेटी के सदस्य राजीव गौड़ा ने बताया कि इस मेनिफेस्टो को किस तरह तैयार किया गया।उन्होंने कहा कि NRI नागरिकों से बात की, हर क्षेत्र के एक्सपर्ट से बात की। राजीव गौड़ा ने बताया कि इसके लिए दलित, अल्पसंख्यक, डॉक्टर, व्यापारियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों के सुझाव आए।उन्होंने कहा कि 1 लाख से भी अधिक लोगों ने विस्तार में अपनी बात रखी और 20 से अधिक राज्यों में आम लोगों से सीधा संवाद हुआ। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी घोषणा पत्र को लेकर अपनी बात रखी।
घोषणा पत्र जारी करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसमें शामिल किए गए मुद्दों के बारे में बताया। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी की तरह पार्टी झूठ नहीं बोलती है। कांग्रेस का घोषणा पत्र बंद कमरों में नहीं बना है। उन्होंने कहा कि इसमें घोषणा पत्र में सिर्फ 5 बातों पर फोकस किया गया है, क्योंकि कांग्रेस का लोगो ही पंजा है। हम ‘न्याय’ के जरिए सभी के खातों में पैसा डालेंगे, ‘गरीबी पर वार, 72 हजार’ ये पैसे हर साल दिए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि इससे सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा। इस घोषणा पत्र की टैगलाइन ‘हम निभाएंगे’ है।