श्रीनगर: सरकार की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर का पुलवामा एक ऐसी जगह बन गया है, जहां से पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के लिए सबसे ज्यादा लोगों को भर्ती किया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों ही संगठनों के लिए पुलवामा साल 2018 और अब 2019 के लिए एक बड़े रिक्रूटिंग ग्राउंड में तब्दील होता जा रहा है। सिक्योरिटी एजेंसियों की ओर से तैयार इस रिपोर्ट को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के साथ साझा किया गया है। इंग्लिश डेली हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से यह जानकारी दी गई है।
पुलवामा में ही हुआ आतंकी हमला
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर एक आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले को जैश के आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया था। अखबार के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकी संगठनों के काम करने का तरीका यानी मॉडेस ऑपरेंडी बिल्कुल वैसी ही है जो सीरिया और अफगानिस्तान में आतंकियों ने अपनाई हुई है। पुलवामा आतंकी हमले की पूरी साजिश, पाकिस्तान के दो आतंकियों राशिद गाजी उर्फ कामरान और फरहाद बट ने रची थी। इन दोनों ही आतंकियों को एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है।
साल 2018 में पुलवामा से 63 आतंकी भर्ती
साल 2018 में पुलवामा से 63 स्थानीय युवाओं को आतंकी संगठन में भर्ती किया गया था। वहीं इस वर्ष दो लोगों की भर्ती की गई। शोपियां, जम्मू कश्मीर का दूसरा ऐसा जिला है जहां से 46 स्थानीय युवाओं की भर्ती की गई थी। अभी तक शोपियां से किसी की भी भर्ती नहीं की गई है। रिपोर्ट में कहा गयस है कि साल 2019 में सबसे ज्यादा आतंकी जैश के ढेर हुए हैं। अब तक जैश के 15 आतंकियों को मारा गया है। वहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तैयबा के 10-10 आतंकियों को ढेर किया गया है।
जैश ने 33 युवाओं को किया शामिल
पिछले वर्ष जैश ने 33 युवाओं की भर्ती कश्मीर घाटी से की थी। हिजबुल ने 79 और लश्कर ने 66 स्थानीय युवाओं को शामिल किया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कश्मीर घाटी में जैश की गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक साल 2018 से जैश ने घाटी में 30 हमलों को अंजाम दिया है। पुलवामा हमले से चार दिन पहले जैश ने श्रीनगर के पलैडियम सिनेमा में ग्रेनेड से हमला किया था। इस हमले में 11 लोग घायल हो गए थे।
घाटी में साल 2014 से और सक्रिय हुआ जैश
25 जनवरी को जैश ने एक साथ आठ ग्रेनेड हमलों को अंजाम दिया। रिपोर्ट की मानें तो आने वाले कुछ माह में एलओसी पर पाकिस्तान थोड़ा शांत रहेगा। लकिन युद्धविराम उल्लंघन की बात का जिक्र भी रिपोर्ट में किया गया है। एजेंसियों की मानें तो साल 2014 में जम्मू कश्मीर में अफजल गुरु स्क्वाड बनाई गई थी और इसके बाद से घाटी में जैश की सक्रियता बढ़ती गई।