देहरादून/मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी विश्वभर में अपनी सुंदरता को लेकर प्रख्यात है, लेकिन दूसरी ओर कुछ लोग ही यहां की सुंदरता के दीदार करने पर ग्रहण बनने का काम कर रहे हैं। लेकिन हैरत की बात तो यह है कि इसमें किस की मिली भगत नजर आ रही है यह देखनी वाली बात है।
मामला यह है कि मसूरी शहर की खूबसूरती और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले कैम्पटी फॉल में हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक घूमने आते हैं और अपने साथ अच्छी यादों को सैल्फी में समेटकर अपने साथ ले जाते हैं लेकिन यहां पर पर्यटकों से वसूली की जा रही है। और यह वसूली यदि सरकार द्वारा की जा रही हो तो बात समझ में आती है लेकिन यह वसूली निजी तौर पर एक रिजॉर्ट द्वारा ली जा रही है जिसे हम पर्यटकों के साथ छलावा ही कहेंगें।
दरअसल कैम्पटी फॉल से मात्र 150 या 200 मीटर की दूरी पर एक राणा रिजॉर्ट है। रिजॉर्ट द्वारा सुविधा के नाम पर कैम्पटी तक रोड़ बनवाई जो कि ग्राम सभा की ज़मीन है। दरर्सल इन दिनों कैम्पटी में एक पुल का निर्माण किया जा रहा है जिस से एक ही रास्ता होने के कारण यात्री व पर्यटकों को बाईपास होकर ही गुजरना पड़ता है जहां पर यह रिसोर्ट बना है। रिसोर्ट ऐसी जगह पर है जहां से रिसोर्ट के अंदर से ही कैम्पटी फॉल तक जा सकते है। यहीं पर कैंम्पटी के नाम से आने वाले पर्यटकों से टैक्स वसूल जाता है। टैक्स के रूप में रिजॅार्ट 40 रूपए से लेकर 100 रूपए तक पर्यटकों से वसूल किया जाता है।
कैम्पटी व्यापार मंडल का कहना है कि रिसोर्ट के इस रवैैये से उनकी दुकानदारी पर बहुत बुरी असर पड़ता है जिस के चलते रिसोर्ट मालिक को बार बार बोलने पर भी उसने नीचे से आने वाला गेट बंद नहीं किया गया। वहीं 10 नवम्बर को व्यापार मंडल ने इसका पुरन्तर विरोध किया और ग्राम सभा की जमीन पर रिजॉर्ट का लगा बोर्ड तोड़ दिया। बोर्ड तोड़ते ही रिजॉर्ट मालिक ने डीएम को गुहार लगाई जिसके चलते पुलिस को भी यहां पर तैनात किया गया। वीडियो को देखेंं तो यही प्रतीत होता है कि पुलिस का रवैया निराशा जनक है जिस के चलते बोर्ड को गलत तरीके से उखाड़ा गया।
वहीं बोर्ड तोड़ने से पहले हुई एक बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष अध्यक्ष सुदंर यह कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि यहां का डीएम भी मैं हूं और कमिश्नर भी मैं हूं। जब हैलो उत्तराखंड न्यूज ने अध्यक्ष से यह सवाल किया तो उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर जारी किया है। हालांकि वीडियो में स्पष्ट दिखता तो यही है कि वह उन्होंने यह बोला है।
उनका कहना है कि रिजॉर्ट अवैध वसूली करता है और रिजॉर्ट ने टैक्सी चालकों को भी बांध रखा है ताकि वो यहीं पर्यटकों को लाए। जबकि रिजॉर्ट मालिक विरेन्द्र राणा का कहना है कि हम केवल उन्हीं पर्यटकों से पैसा लेते हैं जो रिजॉर्ट में अंदर आते हैं।
उदर टैक्सी एशोसिएशन अध्यक्ष हुकुम सिंह की मानें तो कैम्पटी में कोई भी टैक्सी स्टैंड नहीं है जिसके कारण उनको मजबूरन यात्रियों को लेकर रिजॉर्ट स्थित पार्किंग में जाना पड़ता है।
जरा सुनिए क्या कहते हैं पर्यटक……
ऐसा चला तो बताइए कौन आएगा आपके यहां की खूबसूरती देखने?
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आपको पूरी खबर से इस बात का अंदाजा तो लग ही गया होगा कि आखिर किस प्रकास से सभी मिल बांट कर पर्यटकों को मुर्गा बनाया जा रहा है।
To Be Continued…….