देहरादून: मसूरी में धूम्रपान को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। जल्द ऋषिकेश में भी धूम्रपान पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। साथ ही प्रदेश के दूसरे पर्यटक स्थलों पर भी धूमपान पर रोक लगाने की तैयारी चल रही है। यह बात अलग है कि प्रदेश में सार्वजनिक जगहों पर अभी धूम्रपान पर पूरी तरह रोक लगाने में विभाग असफल रहा है।
तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने तंबाकू नियंत्रण अधिनियम 2003 के तहत कार्रवाई में तेजी लाने का निर्णय लिया है। तय किया गया है कि जो भी अधिनियम के प्रावधान हैं, उनका अनुपालन कराने के लिए जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही छापेमारी कार्रवाई भी की जाएगी। देहरादून जिले में तंबाकू निंयत्रण प्रकोष्ट ने 183 शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह तंबाकू मुक्त करने के लिए स्कूल प्रबंधनों से वार्ता की है। इसके बाद प्रदेशभर में तंबाकू मुक्त उत्तराखंड का अभियान चलाने पर भी विचार किया जाएगा।
नहीं होती कार्रवाई
तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ट के नियम तो कड़े हैं, लेकिन कड़ाई से उनका पालन नहीं किया जाता। तंबाकू नियंत्रण अधिनियम को लेकर जिलों में कार्रवाई नहीं की जाती है। जबकि तमाम शिक्षण संस्थाओं के पास ही तंबाकू खुलेआम बेचा रहा है। शिकायतें भी की जाती हैं। बावजूद इसके कार्रवाई नहीं की जाती है।