नई दिल्ली: सीबीआई निदेशक पद से हटाए गए आलोक वर्मा ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति द्वारा पद से हटाए जाने के एक दिन बाद इस्तीफा दिया है। वर्मा को अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड्स के महानिदेशक के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन वर्मा ने नए पद का कार्यभार संभालने से इनकार कर दिया और अपना इस्तीफा सरकार को भेज दिया।
अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि चयन समिति ने उन्हें सफाई देने का कोई मौका नहीं दिया। साथ ही केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा उन पर लगाए आरोपों के आधार पर अंतिम निष्कर्ष निकाल लिया। वर्मा ने इसे प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के विपरीत बताया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है, ‘सीबीआई की साख बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है। मैंने इसे बनाए रखने की कोशिश की लेकिन मुझे निदेशक पद से हटा दिया गया।’
गौरतलब है कि आलोक वर्मा का सीबीआई प्रमुख के रूप में दो साल का कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त होने वाला था।