नई दिल्ली: पंचकुला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी क़रार दिया है। राम रहीम के साथ ही तीन अन्य लोगों कुलदीप सिंह, निर्मल सिंह, और कृष्ण लाल को भी दोषी ठहराया गया है। सजा का ऐलान 17 जनवरी को किया जाएगा। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या 2002 में हुई थी। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में सुनवाई के लिए गुरमीत राम रहीम वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए पेश हुए।
सुनवाई से पहले पंचकूला में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया। यौन शोषण केस में राम रहीम को सजा के बाद पिछली बार हुई हिंसा को देखते हुए प्रशासन की तरफ से चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। राम रहीम को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया है। सुनवाई के दौरान मीडिया को अदालत से बाहर रखा गया। विशेष कोर्ट ने राम रहीम के अलावा इस मामले में तीन अन्य आरोपियों को मुजरिम माना।
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड करीब 16 साल पुराना है और डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इसमें आरोपी है। साल 2002 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छत्रपति अपने समाचार पत्र में डेरा से जुड़ी खबरों को प्रकाशित करते थे। पत्रकार छत्रपति के परिजनों ने मामला दर्ज करवाया था और बाद में इसे सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया था। सीबीआई ने 2007 में चार्जशीट दाखिल कर दी थी और इसमें डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था।