देहरादून: आज प्रेस वार्ता कर जौनसार विकासनगर क्षेत्र की एक युवती ने आरोप लगाया कि, अनिल नाम के एक युवक ने उसको उसी की बहन प्रियंका जोशी की हत्या के झूठे केस में फंसाया है। जबकि युवती ने अपनी बहन की हत्या की आशंका उक्त व्यक्ति अनिल द्वारा होना बताया है।
युवती का आरोप है कि 28 फरवरी 2013 को अनिल मेरी छोटी बहन प्रियंका जोशी को बहला-फुसलाकर उनके कमरे से ले गया और कहा कि वह उसे विकास नगर छोड़कर आएगा। लेकिन अनिल 1 मार्च 2013 को कमरे में वापस आया तो उसने अपने कंप्यूटर से सारी फोटो डिलीट कर अपना जरूरी सामान बैग में डालकर जब जाने लगा दो उसने कहा कि मैं उसे विकास नगर तुम्हारे कमरे के पास छोड़ आया हूं। लेकिन जब युवती ने अपनी मां लीला देवी से संपर्क किया तो उसको मालूम हुआ कि वह विकासनगर नहीं पहुंची है।
तत्पश्चात 3 मार्च 2013 को युवती के मामा ने युवती के पिता को फोन पर जानकारी दी कि प्रियंका जोशी की लाश धूलकोट के जंगल में पड़ी है। जब 4 मार्च 2013 को युवती के पिता घटनास्थल पहुंचे तो पुलिस एक लाश का पंचनामा करके दून अस्पताल ले गई जहां युवती के पिता ने उसकी बहन प्रियंका की शिनाख्त की।
इतने साल बीत जाने के बाद अब मीडिया के सामने इस घटनाक्रम को लाने पर युवती ने बताया कि वह अब तक इस मामले को लेकर डरी हुई थी लेकिन अब उसने निश्चय किया है कि वह अपने बहन के असली गुनहगारों को सजा दिलाएंगे।