बागेश्वर: मुख्यालय के क़रीब दफौट के तुनेड़ा गांव में दोपहर गुलदार की धमक से दहशत फैल गयी। ग्रामीणों ने गुलदार को देखते ही शोरगुल करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों की आवाज सुनकर गुलदार भागते हुये झाड़ियों में फंस गया, हालांकि गुलदार पर काबू पा लिया गया।
बागेश्वर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर तुनेड़ा गांव में एक गुलदार देखा गया। गुलदार देखते ही गांव में हड़कंप मच गया। गुलदार की खबर आग की तरह कुछ ही देर में पूरे गांव में फैल गयी। ग्रामीणों ने गुलदार को भगाने के लिये हल्ला करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते गुलदार इधर-उधर भागने लगा। भागते हुये गुलदार झाड़ियों में फंस गया।
ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार अब तक गांव में कई मवेशियों को निवाला बना चुका है। बच्चों को लेकर भी ग्रामीण लंबे समय से सहमे हुये थे। गुलदार पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
तुनेड़ा गांव के ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेंजर वीरेन्द्र सिंह नयाल ने बताया कि, गुलदार झाड़ियों में फंसा हुआ था, जिसे ट्रेंकुलाइज करके निकाला गया। ट्रेंकुलाइज करने के लिये पशुचिकित्सा विभाग की मदद ली गयी।
गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने वाले एक्सपर्ट ने बताया कि, गुलदार काफी कमजोर नजर आ रहा था। वह काफी डरा हुआ भी था। करीब तीन घंटे की मसक्कत के बाद गुलदार को ट्रेंकुलाइज किया जा सका। गुलदार की उम्र करीब 8 साल आंकी जा रही है। गुलदार को प्राथमिक उपचार के बाद शीघ्र ही सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया जायेगा।