कल साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप ने सेना अधिकारियों के हवाले से संभावना जताई थी कि उत्तर कोरिया ने छठा परमाणु परीक्षण किया है। जिसकी आज उत्तर कोरिया ने भी इस परीक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि उसने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया, जो पूरी तरह सफल रहा।
वहीँ उत्तर कोरिया को जारी कड़ी चेतावनी के बाद भी किये गए इस परिक्षण की भारत समेत दुनियाभर के देशों ने निंदा की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उत्तर कोरिया का ये कदम कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त करने की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन है।
अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा है कि अमरीका या उसके सहयोगियों पर उत्तर कोरिया की तरफ से किसी भी तरह के ख़तरे को जवाब कड़ी सैन्य कार्रवाई से दिया जाएगा। जेम्स ने ये बात उत्तर कोरिया के परमाणु बम के परीक्षण के मद्देनज़र अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ हुई मुलाकात के बाद कही।
ट्रंप चेतावनी दे चुके हैं कि वो ऐसे किसी भी देश के साथ व्यापारिक रिश्तों को खत्म कर देंगे, जो उत्तर कोरिया से व्यापार करेगा। ये परीक्षण उकसावे वाली कार्रवाई है और अमरीका के लिए खतरनाक है। उधर इस परीक्षण के चलते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज एक आपातकाल बैठक बुलाई है।
अमरीकी भूगर्भविज्ञानियों के मुताबिक उत्तर कोरिया ने जो अपना छठा परमाणु परीक्षण किया उससे रिक्टर पैमाने पर 5.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। जिसकी गहराई दस किलोमीटर थी। बता दें कि यह बम उत्तर कोरिया की लंबी दूरी की मिसाइलों से भी दागा जा सकता है। वहीं समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, इस धमाके की ताकत पिछले या पांचवें परीक्षण से 9.8 गुना ज्यादा थी।