नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 समिट में शामिल होने के लिए अर्जेंटीना पहुंचे हैं। यहां उन्होंने योगा फॉर पीस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं अर्जेटीना की टीम को हॉकी विश्वकप का पहला मैच जीतने की बधाई देता हूं। पीएम ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए इससे बेहतर नाम सोच पाना मुश्किल है, योग हमें मानसिक सुकून के साथ ही शारीरिक सुकून भी देता है। यह हमारे शरीर और मस्तिष्क को ताकत देता है। पीएम ने कहा कि जब दिमाग में शांति होगी तो परिवार, समाज, देश और दुनिया में भी शांति होगी। योग भारत की ओर से दुनिया के लिए तोहफा।
प्रधानमंत्री मोदी ने समिट के दौरान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद से मुलाकात की। पीएम ने कहा कि जी-20 समिट में वैश्विक अर्थव्यवस्था, सतत विकास, पर्यावरण में बदलाव, भगोड़े अपराधी जैसे मुद्दे पर बात की जाएगी। पीएम मोदी की सऊदी के प्रिंस से मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि यह मुलाकात देश में अगले 2-3 वर्षों में निवेश को बढ़ाने को लेकर थी।
विदेश सचिव ने बताया कि सऊदी अरब देश के इंफ्रास्ट्रक्टर में निवेश करेगा, साथ ही तकनीक, कृषि और ऊर्जा के क्षेत्र में भी सऊदी अरब भारत में निवेश करेगा। वहीं यूएन के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गोटारिस के साथ पीएम मोदी की मुलाकात के बारे में उन्होंने बताया कि यह मुलाकात आगामी क्लाइमेट चेंज की बैठक को लेकर थी, जोकि पोलैंट में होने वाली है, जिसका नाम कॉप 24 है।
बता दें कि पीएम मोदी की सम्मेलन में दूसरे देशों के राष्ट्र प्रमुखों से भी वार्ता होगी। इस दौरान पीएम मोदी कई अहम मसलों पर वार्ता करेंगे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी को फोकस विश्व के सभी देशों के साथ मैत्री संबंध स्थापित करने पर है। कुछ देशों को छोड़ भारत के लगभग सभी देशों से हमेशा से अच्छे संबंध रहे हैं। सम्मेलन में आंतकवाद के मसले पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने का प्रयास भी रहेगा। दूसरी ओर पाकिस्तान यह दिखाने की कोशिश में जुटा है कि वह वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन भारत वार्ता नहीं करना चाहता है। पीएम मोदी इसको लेकर भी भारत का रुख साफ कर सकते हैं।