मुंबई : जेट एयरवेज एयरलाइन ने रविवार को मुंबई एयरपोर्ट में 10 घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं। जिसकी वजह से हवाईअड्डे पर जेट एयरवेज के सैकड़ों यात्री फंसे रहे। जेट एयरवेज का कहना है कि ‘संचालन संबंधी मुद्दों’ के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (सीएसएमआईए) से उड़ानें रद्द की गईं। हालांकि एयरलाइन सूत्र ये बताते हैं कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एयरलाइन के पास पायलटों की कमी हो गई है।
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि संचालन से संबंधित कारणों के कारण जेट एयरवेज को अपनी कुछ घरेलू उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। प्रभावित विमानों के यात्रियों को एसएमएस के जरिये उनके विमान के बारे में सूचना दे दी गई थी। नियामक नीति के अनुसार यात्रियों के दूसरे विमानों में बैठने की व्यवस्था की गई है या उनके पैसे वापिस दिए जाएंगे। एयरलाइन के बारे में ये नेगेटिव खबर आने के बाद उनके शेयर भी धड़ाम से नीचे गिरे हैं। सोमवार को जेट एयरवेज के शेयर करीब 8% तक गिर गए।
जेट एयरवेज फिलहाल जबरदस्त आर्थिक संकट से गुजर रही है। लगातार हर तिमाही एयरलाइंस अपना घाटा दिखा रही है। कंपनी के पायलटों और अन्य कर्मियों का समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। एयरलाइंस का घाटा बढ़ कर 13 अरब रुपये पहुंच गया है। इससे पहले खबर आई थी कि टाटा सन्स जेट वेयरवेज की में हिस्सेदारी खरीदने की सोच रही है। हालांकि उसकी यह योजना बेहद शुरुआती दौर में है। नरेश गोयल की कंपनी जेट एयरवेज में इतिहाद की 24 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा सन्स की पहले ही दो एयरलाइंस विस्तारा और एयर एशिया इंडिया में हिस्सेदारी है। विस्तारा में इसकी 41 फीसदी हिस्सेदारी है। विस्तारा टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस का ज्वाइंट वेंचर है।