नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर का कहना है कि अगर आज देश का पीएम चायवाला है तो वो नेहरू जी की वजह से है। देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू ने वो व्यवस्था दी जिसकी वजह से कोई भी भारतीय देश के उच्च पदों पर पहुंच सकता है। वो अपने विस्तारित ज्ञान से ये बताते हैं कि किस तरह से आधुनिक भारत की नींव पंडिड जवाहर लाल नेहरू ने रखी थी। आज के मौजूदा समय देश की जो चमकती तस्वीर सबके सामने है उसके लिए पंडित जी की नीतियां को भुलाया नहीं जा सकता है।
थरूर कहते हैं कि हमने देखा है कि किस तरह से सुनियोजित और प्रायोजित तरीके से सोशल मीडिया और दूसरे प्लेटफॉर्म से जवाहर लाल नेहरू पर आक्षेप किया जा रहा है। आखिर कुछ लोग उनके महान योगदान को कैसे भूल सकते हैं। आखिर कुछ लोग उनके द्वारा बनाई गई संस्थाओं पर बेजा दबाव के साथ उनका अपमान कैसे कर सकते हैं।
अगर आज मौजूदा सरकार मंगलयान के विषय पर क्रेडिट लेने की कोशिश करती है तो एक सवाल बहुत ही वाजिब है कि इसरो का गठन किसने किया। आखिर गरीब बच्चों, उपेक्षित बच्चों में किसने ये भाव भरा कि वो भी आसमान की ऊंचाईयों को छू सकते हैं। आखिर देश में तमाम उच्च प्रौद्योगिकी संस्थानों की स्थापना किसने की। सिलिकान वैली में 40 फीसद भारतीय काम करते हैं आखिर उनको उस मुकाम पर किसने पहुंचाया।
सोनिया गांधी ने शशी थरूर की बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ‘‘नेहरूवाद के मुख्य स्तंभों के तौर पर शशि थरूर (कांग्रेस सांसद) ने कुछ मूल्यों का उल्लेख किया है. वो मूल्य हैं- लोकतांत्रिक संस्थाओं का निर्माण, भारतीय धर्मनिरपेक्षता, समाजवादी आर्थिक व्यवस्था, गुटनिरपेक्षता की विदेश नीति. ये मूल्य भारतीयता के दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा हैं और आज इन्हीं मूल्यों को चुनौती दी जा रही हैश्श्. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने नेहरू के आर्थिक मॉडल और गुटनिरपेक्षता केंद्रित विदेश नीति को भी याद किया और कहा कि उन्होंने जिन लोकतांत्रिक मूल्यों को आगे बढ़ाया था आज उससे जुड़ी विरासत को कमतर करने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता के साथ उन लोगों से लड़ना होगा जो (नेहरू की विरासत को) कमतर करने की कोशिश कर रहे हैं।