आगरा: ये ऐसी खबर है, जो हर किसी के दिल को दहला देगी। ऐसी घटना देश में पहली बार नहीं हुई। इस साल देश में इस तरह की तीसरी या चैथी घटना है। बंदर अब तक लोगों के हाथों से सामान ही छीन रहे थे। अब जिगर के टुकड़ों को भी छीनने लगे हैं। गुजरात और राजस्थान में इस साल इसी तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ये घटना उन लोगों के लिए आइना है, जो खूंखार हो चुके जंगली जीवों को मारने पर कानूनी हंटर चलाने की बातें करते हैं। ये घटना मानव-वन्यजीव संघर्षों को बताने के लिए काफी है।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले मेंएक बंदर मां की गोद से उसके 12 दिन के बेटे को छीनकर ले गया और उसे मार डाला। घटना उस समय हुई जब मां अपने बच्चे को दूध पिला रही थी। बंदर ने बच्चे की गर्दन में दांत गड़ा दिए, जिससे बच्चे की मौत हो गई। लोगों के शोर मचाने पर बंदर ने बच्चे के शव को दूसरे मकान की छत पर छोडा़ और भाग निकला। वन इंडिया की खबर के मुताबिक मामला आगरा जिले के रुनकता कस्बे के मोहल्ला कचहरा थोक की है। घटना सोमवार देर शाम की बताई जा रही है। योगेश और उसका पूरी परिवार इस घटना से सदमें है। उनको समझ नहीं हा रहा कि क्या करें।
ऑटो चालक योगेश की पत्नी नेहा बच्चे को कमरे में दूध पिला रही थी। उस समय घर का मेन गेट खुला था। कमरे का दरवाजा भी बंद नहीं था। तभी अचानक बंदर आया। नेहा कुछ समझ पाती, इससे पहले ही बंदर ने बच्चे पर झपट्टा मारकर बच्चे को छीन लिया। इसके बाद नेहा के सामने ही बंदर ने बच्चे के गले पर दांत गड़ा दिए। इसके बाद बंदर बच्चे को मुंह में दबाकर भाग गया।
नेहा की चीख-पुकार सुनकर परिवार और मोहल्ले को लोग आए। उन्होंने बंदर का पीछा भी किया। थोड़ी देर बाद बंदर एक मकान की छत पर बच्चे को छोड़ कर भाग गया। इसके बाद परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही नेहा बेहोश हो गई और योगेश फूट फूटकर रोने लगा। नेहा और योगेश की शादी दो साल पहले ही हुई थी। सनी उनकी पहली संतान था।