बागेश्वर: बागेश्वर जिले में हिंसक हो चुके गुलदार की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। अब गुलदार की आहट से भी ग्रामीणों की जान जाने लगी है। गुलदार अब तक बागेश्वर जिले में पांच बच्चों को निवाला बना चुका है जबकि हाल ही में कुछ दिन पूर्व गुलदार की आहट के बाद मची भगदड़ में एक किशोर हेमंत की जान चली गयी। हादसे से नाराज ग्रामीणों के गुस्से को शांत करने के लिये अब विधायक ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हर दिन शाम ढलते ही हिंशक गुलदार आबादी की तरफ धमक रहे है।
जिला मुख्यालय में एक बार फिर गुलदार की दहशत देखी गयी। शुक्रवार देर सायं गुलदार की आहट सुनकर ग्रामीण भागने लगे। भगदड़ में 15 साल के हेमंत टंगड़िया की मौत हो गयी। गुलदार के हमले को लेकर अब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
वहीँ निकाय चुनाव के लिये इन दिनों राजनीतिक दलों का प्रचार जोरों पर है लिहाजा गुलदार के हमले को भी राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगा है।
मामले को लेकर भाजपा की ओर से विधायक चंदन रामदास ने कहा जनता अगर एक्शन मूड है तो मैं उनके साथ हूँ। उन्होंने कहा कि अगर अब किसी के घर में गुलदार घुसता है सबसे पहले में अपनी जान दूंगा। उन्होंने कहा कि, वन विभाग और सरकार गुलदार नहीं पकड़ पाती तो जनता जो कदम उठायेगी वे उनके साथ रहेंगे।
वहीँ मामले को लेकर गुस्साईं महिलायों ने कहा कि जब तक वन विभाग द्वारा गुलदारों को आदम खोर गुलदार घोषित कर नहीं मारा जाता है तबक वो इसी तरह विरोध करते रहेंगे।
वहीं जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिये तत्काल प्रभागीय वनाधिकारी और उपजिलाधिकारी को मौके पर जाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।