नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण पर यूपी सरकार ने बड़ा बयान दिया है। सूबे के डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पास विचाराधीन है और हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मंदिर निर्माण की हम तारीख भी नहीं बता सकते हैं।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ‘राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के पास है, हम इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं लेकिन हमें अयोध्या में रामलला का स्टैचू खड़ा करने से कोई नहीं रोक रहा है। यदि कोई ऐसा करने से रोकता है तो हम देख लेंगे…अयोध्या का विकास करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है।
बता दें कि आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर के निर्माण के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अब रामलला की जन्मभूमि पर कोई बाबर के नाम की इमारत और स्मारक कोई नहीं बना सकेगा। इस मामले में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला। डिप्टी सीएम ने कहा कि वे जरूर जानना चाहेंगे कि जनेऊधारी राहुल गांधी और भगवान विष्णु का मंदिर बनाने की घोषणा करने वाले अखिलेश यादव का इस बारे में क्या कहना है वे इसे जरूर जानना चाहेंगे।
इसके अलावा रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने भी एक बड़ा बयान दिया है। राम विलास वेदांती ने कहा है कि दिसंबर में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। और मस्जिद लखनऊ में बनेगी। राम विलास वेदांती ने दावा किया कि बिना अध्यादेश के, आपसी सहमति के जरिए ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा और लखनऊ में एक मस्जिद बनाई जाएगी।